हिमाचल में भारी बारिश का येलो अलर्ट, 65 सड़कें अवरुद्ध
शिमला : मौसम विभाग ने प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है। हिमाचल प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में शुक्रवार को बादल छाए हुए हैं। हालांकि बीती कहीं-कहीं जमकर बारिश हुई। बिलासपुर जिला के नैना देवी में सबसे ज्यादा 67 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई।
मौसम विभाग ने प्रदेश के कई स्थानों पर भारी बारिश की संभावना जताई है। अगले 24 घण्टे यानी शनिवार शाम 5:30 बजे तक मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में फ़्लैश फ्लड आने का खतरा है। इसे लेकर मौसम विभाग ने लोगों को सचेत रहने व नदी-नालों से दूरी बनाए रखने की हिदायत दी है।
इसके अलावा जोत में 24, नंगल डैम में 16-16 व बिलासपुर में 15 मिमी वर्षा हुई। अभी भी बारिश से राहत मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आगामी दो व तीन सितंबर को भारी बारिश का भी येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय इलाकों में दो सितंबर को भारी बारिश होने की आशंका है। तीन सितंबर को इन हिस्सों में मेघगर्जन व बिजली कड़कने का अनुमान है। लाहौल स्पीति और किन्नौर को छोड़कर शेष 10 जिले मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में आते हैं। ऐसे में 10 जिलों के लोगों को खराब मौसम के मद्देनजर एहतियात बरतने की सलाह दी गई है। समूचे प्रदेश में पांच सितंबर तक मौसम के प्रतिकूल रहने के आसार हैं।
आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार कुल्लू में 16, मंडी व सिरमौर में 13-13, शिमला में 11, कांगड़ा में 10, ऊना और लाहौल-स्पीति में एक-एक सड़क बाधित है। राज्य के सभी राष्ट्रीय उच्च मार्गों व राज्य उच्च मार्गों में यातायात सुचारू रूप से चल रहा है। मंडी जिला के गोहर उपमंडल में 53 ट्रांसफार्मर बंद पड़े हैं। इसी तरह कुल्लू में छह और चम्बा में एक ट्रांसफार्मर खराब हुआ है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र की रिपोर्ट के मुताबिक भूस्खलन से शुक्रवार सुबह तक राज्य भर में 65 सड़कें आवाजाही के लिए अवरुद्ध हैं। इसके अलावा भारी बारिश व आसमानी बिजली गिरने से 60 ट्रांसफार्मरों के खराब हो जाने से कई क्षेत्रों में बिजली गुल है।
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