विधायक पवन काजल की अगुवाई में निकाला गया कैंडल मार्च
विधायक पवन काजल की अगुवाई में निकाला गया कैंडल मार्च
धर्मशाला(ब्यूरो):- स्वर्गीय विमल नेगी जी की रहस्यमयी मृत्यु पर जहां पूरे प्रदेश की जनता कैंडल मार्च निकाल रही है वहीं आज उसी कड़ी में धर्मशाला में भी लोगों द्वारा विधायक पवन काजल की अगुवाई में कैंडल मार्च निकाला गया। जिसमें हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व कांगड़ा विधानसभा के विधायक पवन काजल, पूर्व मंत्री सरवीन चौधरी, पूर्व विधायक अरुण कुमार मेहरा "कूका", हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश शर्मा, हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी एडवोकेट विश्व चक्षु, संगठनात्मक जिला कांगड़ा के अध्यक्ष सचिन शर्मा, पूर्व विधायक विशाल नेहरिया, धर्मशाला मंडल अध्यक्ष डॉ. विशाल नेहरिया, भुवनेश चौधरी, देवेंद्र कोहली, डॉ. विजय शर्मा, डॉ. अश्वनी कौल, अशोक एडी, अनिल कुमार चौधरी, रेखा, सोनू चौधरी सहित सैकड़ो लोग व कार्यकर्ता इस कैंडल मार्च में मौजूद रहे।
स्थानीय लोगों के साथ मिलकर शाम 05:00 बजे यह कैंडल मार्च कचहरी अड्डा से शाहिद स्मारक तक निकाला गया। उसके बाद विमल नेगी का चित्र लगाकर उनको श्रद्धांजलि दी गई। भाजपा नेता पवन काजल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस कैंडल मार्च के जरिए भगवान से प्रार्थना करती है कि विमल नेगी की आत्मा को शांति मिले और साथ में इस रहस्यमई मौत की सही से जांच हो। इसके लिए सरकार से सीबीआई जांच की भी मांग करती है।
उन्होंने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने बड़े स्तर के ऑफिसर पर बड़े अधिकारियों द्वारा इतना प्रेशर बनाया हुआ था कि उन्हें इस प्रेशर से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिला और आखिर में उन्होंने मौत को गले लगाया।
काजल ने कहा कि उनके परिवार द्वारा पावर कारपोरेशन के तीन अधिकारियों के ऊपर विभिन्न प्रकार से प्रताड़ित करने व उनसे धांधली करके प्रोजेक्ट में गलत काम करवाने के आरोप लगाए थे, उनके परिवार वालों ने यह भी आरोप लगाया कि सोलर प्रोजेक्ट पेखु बेला में बहुत बड़ी धांधली करने को लेकर अधिकारियों द्वारा उन पर दबाव बनाया जा रहा था।
विधायक पवन काजल ने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार आई है घोटालों पर घोटाले सामने आ रहे हैं, जिसका एक उदाहरण 19 मार्च को इंजीनियर विमल नेगी के शव का एम्स में पोस्टमार्टम होने के उपरांत पावर कॉरपोरेशन और बिजली बोर्ड के कर्मचारियों ने पावर कारपोरेशन के उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों हरिकेश मीना, देशराज और शिवम प्रताप के खिलाफ प्रदर्शन किया।
उनका यह मानना था कि ऐसे ही अधिकारियों ने भ्रष्टाचार करने के लिए विमल नेगी पर दबाव डाला और जिसके कारण एक ईमानदार अफसर ने भ्रष्टाचार की बजाय मौत को अपनाया। इस अवसर पर पत्रकारों से चर्चा करते हुए काजल ने कहा कि कांग्रेस कार्यकाल के अढ़ाई वर्षों में प्रदेश उथल-पुथल की स्थिति में पहुंच गया है। जहां प्रदेश सरकार द्वारा आर्थिक स्थिति का रोना रोने के बावजूद घाेटोलों की लिस्ट बढ़ती जा रही है। वहीं कानून व्यवस्था की इतनी खस्ता हालत है कि इस सरकार के कार्यकाल में चिट्टे जैसी भयंकर महामारी ने पूरे प्रदेश को जकड़ कर रख दिया है।
प्रदेश में पहली बार देखने को मिल रहा है कि कई प्रदेशों की तरह हिमाचल में भी पहली बार गेंगवार और गोलियां चलने की घटनाएं आम हो गई हैं। विधायक काजल ने कहा कि ऐसी भयंकर स्थिति को लेकर हिमाचल प्रदेश का भाजपा संगठन एकदम सतर्क है और प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार द्वारा किए जा रहे हर घोटाले का पर्दा तो फाश करेगा ही, साथ में विमल नेगी जैसे निर्दोष लोगों को भी न्याय दिलाने के लिए भारतीय जनता पार्टी को अगर बड़े स्तर पर आंदोलन भी करने पड़े तो भारतीय जनता पार्टी हिचकिचाएगी नहीं।
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