बिना प्रवक्ताओं व प्रधानाचार्य के स्कूल में कैसे बढ़ेगी इनरोलमेंट।
सवाल:बिना प्रवक्ताओं व प्रधानाचार्य के स्कूल में कैसे बढ़ेगी इनरोलमेंट।
ज्वाली : जनक पटियाल /
पद्धर स्कूल में वर्षों से नहीं कोई प्रवक्ता,छात्र दूरदराज स्कूलों में पलायन को मजबूर।
स्कूलों को बंद करने की सरकार व विभाग की सोची समझी चाल:राणा
अभिवावकों का सरकार व विभाग को 7 दिन का अल्टीमेटम।
जल्द प्रवक्ताओं व प्रधानाचार्य के पद न भरे तो होगा धरना प्रदर्शन।
जहां एक ओर सरकार में शिक्षा विभाग के मुखिया द्वारा जीरो इनरोलमेंट वाले स्कूलों को बंद करने का एलान किया जा चुका है और साथ ही 25 प्रतिशत से कम रिजल्ट पर भी गाज गिर सकती है लेकिन जब स्कूल में शिक्षक ही न के बराबर हो तो कसूर किसका। ये कहना के ज्वाली उपमण्डल के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल पद्धर में पढ़ रहे छात्रों के अभिवावकों का। आपको बता दें कि कई वर्षों से पद्धर स्कूल में एक भी प्रवक्ता नहीं है।ऐसा नहीं कि इस स्कूल में बच्चे नहीं,परन्तु जो थे उनमें से कुछ विषय प्रवक्ता न मिलने से पलायन कर चुके हैं। जो कुछ छात्र बचे हैं वे अब भी राम भरोसे हैं। एक जो प्रधानाचार्य थे वे उनका भी सत्र शुरू होने से पहले ही तबादला हो गया। अब हालत ऐसी है कि स्कूल बिना मुखिया व प्रवक्ताओं के चल रहा है। वहीं इस बारे में स्थानीय समाजसेवी साधु राम राणा से बात हुई तो उन्होंने बताया कि एक तरफ शिक्षा विभाग और सरकार 25 प्रतिशत से कम परीक्षा परिणाम आने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कार्यवाही करने की बात करती है जबकि दुसरी तरफ पाठशालाओं में वर्षों से रिक्त पड़े पदों को लगातार खाली रखते हुए स्कूली बच्चों के अभिभावकों को प्राईवेट स्कूलों में बच्चों को दाखिल करवाने के लिए मजबूर करते हुए सरकारी स्कूलों में कम संख्या का हवाला देकर सरकारी स्कूलों को बंद करना सरकार की सोची समझी चाल देखने को मिल रही है।उंन्होने बताया कि स्थानीय लोग पिछले काफी समय से पाठशाला पधर में रिक्त पड़े पदों को भरने की गुहार कृषि मंत्री चौधरी चंद्र कुमार और विभाग के पास स्थानीय ग्रामीणों और अभिभावकों द्वारा बार बार लगाई जाने पर भी आजतक कोई भी रिक्त पद प्रवक्ताओं का भरना तो दूर की बात रही उल्टा एक मात्र कार्यरत प्रधानाचार्य को भी शिक्षा सत्र शुरू होते ही स्थानांतरित कर दिया गया है और अब पधर पाठशाला में जमा एक और जमा दो का पढ़ाई और दाखिले का जिम्मा कौन संभालेगा। वहीं समाजसेवी साधुराम राणा व एसएमसी प्रधान ओमप्रकाश सहित अभिभावकों ने कहा कि यदि सात दिन के भीतर पद्धर पाठशाला में प्रवक्ताओं और प्रधानाचार्य की नियुक्ति विभाग एवं सरकार द्वारा यदि नहीं की जाती है तो जमा एक और जमा दो कक्षाओं में पढ़ रहे समस्त बच्चों को अन्य पाठशाला में स्थानांतरित कर दिया जाएगा ताकि बच्चों के भविष्य के साथ स्कूली शिक्षा को लेकर हो रहे खिलबाड़ को रोका जा सके।साथ पाठशाला में पहुंच कर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। जिसकी जबाबदेही सरकार व शिक्षा विभाग की होगी।
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