सीएए को न तो स्वीकार करते हैं और न करेंगे : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
सीएए को न तो स्वीकार करते हैं और न करेंगे : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी
हम सीएए को न तो स्वीकार करते हैं और न करेंगे। आपने वोट दिया, आपके पास संपत्ति है, साइकिल है, जमीन है, आधारकार्ड है लेकिन ये सोचा कि फॉर्म भरते ही आप विदेशी हो जायेंगे। भाजपा दो सीटें जीतने के लिए आप लोगों के साथ धोखा कर रही है। यह नियम भारतीय संविधान के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को नुकसान पहुंचा रहा है।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर यह शब्द कहे
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जान-बूझकर रमजान से पहले इसे लागू किया है ताकि अल्पसंख्यक समुदाय को टारगेट कर सकें।
वह उत्तर 24 परगना के हाबरा क्षेत्र में गई थीं। यहां उन्होंने कहा कि सीएए को लेकर कोई स्पष्टता नहीं है। जिन लोगों से फॉर्म भरने के लिए कहा जा रहा है, वे उसी पल अवैध प्रवासी बन जाएंगे, फिर उनकी संपत्ति का क्या होगा? प्रताड़ना, धोखा, नागरिकों के अधिकारों को छीनने की कोशिश की जा रही है, जो कानून जारी किया है वो वैध है कि नहीं पता। चुनाव के पहले खेल रहे हैं। असम में 13 लाख हिन्दुओं के नाम हटा दिए, जिन्हें अभी अप्लाई करने को कह रहे हैं, वो अप्लाई करते ही गैरकानूनी घुसपैठिया साबित हो जायेंगे, आपकी जमीनों, घरों का क्या होगा?
उन्होंने यह भी सवाल खड़ा किया की नागरिकता देने के लिए अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश को ही क्यों चुना गया ? म्यांमार को क्यों नहीं चुना गया ?
कोई टिप्पणी नहीं