सत्संग पंडाल में मची भगदड़,तकरीबन 116 लोगों की मौत सैंकड़ो लोग घायल
सत्संग पंडाल में मची भगदड़, तकरीबन 116 लोगों की मौत सैंकड़ो लोग घायल
उत्तर प्रदेश : एक सत्संग में मंगलवार को प्रवचनकर्ता भोले बाबा के दर्शन के लिए अनुयायियों में लगी होड़ के कारण हुए भगदड़ में अब तक तकरीबन 116 लोगों की मौत हो गई और सैंकड़ो लोग घायल हो गए यह दर्दनाक हादसा हाथरस जिले के सिकंदराराऊ क्षेत्र में हुआ।राज्य सरकार के तीन मंत्री घटनास्थल पर पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं राज्य के सीएम योगी आदित्यनाथ को फोन कर हालात का जायजा लिया है. साथ ही पीड़ितों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान भी सरकार के द्वारा किया गया है।
जिला अधिकारी (DM) आशीष कुमार ने बताया कि अत्यधिक उमस के कारण ये हादसा हुआ है. वहीं प्रत्यक्षदर्शी सोनू कुमार ने 'पीटीआई वीडियो' को बताया, ''पानी की टंकियों और बारिश के पानी ने आस-पास की नालियों को भर दिया था, जिससे सतह फिसलन भरी हो गई थी.'' सोनू ने बताया कि ''जब गुरु जी लगभग डेढ़ घंटे बाद वहां से निकले, तो भक्त अचानक उनके पीछे उनके पैर छूने के लिए दौड़े. जैसे ही उनकी कार वहां से निकली, भक्तों को जमीन पर झुकते देखा जा सकता था.'' सोनू कुमार ने बताया कि, ''इसके बाद जब लोग वापस लौटे तो अचानक फिसलन भरी जमीन के कारण वे एक-दूसरे पर गिर पड़े.'' उन्होंने बताया कि वहां कम से कम 10,000 लोगों की भीड़ थी.
जनपद हाथरस में हुई दुर्घटना के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा घटना की स्थिति पर दृष्टि बनाते हुए आम लोगों की सहायता हेतु हेल्पलाईन 05722227041 तथा 05722227042 जारी किये गये हैं.
आगरा जोन के अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) अनुपम कुलश्रेष्ठ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'प्रवचन चल रहा था, जिसमें ज्यादातर महिलाएं प्रवचन सुनने गई थीं. जब प्रवचन समाप्त हुआ, तो अचानक भीड़ लग गई, महिलाओं को घुटन महसूस हुई, उसके बाद इस घटना के बारे में पता चला.'' एडीजी ने कहा "यह बहुत ही दर्दनाक हादसा है, हमारी प्राथमिकता उन लोगों को उपचार उपलब्ध कराना है जो घायल हुए हैं, और हम मृतक श्रद्धालुओं की औपचारिकताएं जल्द से जल्द पूरी करने की कोशिश कर रहे हैं." उन्होंने कहा "हम सभी मृतकों की पहचान कर रहे हैं और उनकी तस्वीरें ले रहे हैं, ताकि हम उनके शवों को उनके परिवारों को सौंप सकें.' उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम की अनुमति एसडीएम ने दी थी और वहां उचित पुलिस व्यवस्था थी. उन्होंने कहा कि करीब 40 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे.
पीएम मोदी से लेकर सीएम योगी तक ने मामले को संज्ञान में लेकर पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताई है. इसके अलावा, हादसे की जांच के लिए समिति गठित कर दी गई है. कल सीएम योगी घटनास्थल पर भी जाएंगे. वहीं, मौके पर लोगों की मदद के लिए एनडीआरएफ और मेडिकल टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकी है. इसकी जानकारी अमित शाह ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर दी है.
आखिर कौन है भोले बाबा, जिसके सत्संग में इतना बड़ा हादसा हो गया. विश्व हरि भोले बाबा को अनुयायी भोले बाबा के नाम से पुकारते हैं. इनका विवादों से पुराना नाता रहा है. स्थानीय लोगों ने बताया कि कासगंज जिले के पटियाली स्थित बहादुर नगर के रहने वाले साकार विश्व हरि भोले बाबा ने 17 साल पहले पुलिस विभाग से नौकरी छोड़कर सत्संग शुरू किया था. भोले बाबा के अनुयायी उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में हैं.
भोले बाबा और उनके अनुयायी मीडिया से दूरी बनाए रखते हैं. भोले बाबा के एक भक्त ने बताया कि उनके जीवन में कोई गुरु नहीं है. वीआरएस लेने के बाद उन्हें अचानक भगवान से साक्षात्कार हुआ और उसी समय से उनका झुकाव आध्यात्म की ओर हो गया. भगवान की प्रेरणा से उन्होंने जान लिया कि यह शरीर उसी परमात्मा का अंश है. उनका असली नाम सूरज पाल है. वो कासगंज के रहने वाले हैं.
सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची एक महिला ने बताया, "हम कई लोगें के साथ एक गाड़ी में सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. लेकिन अब हमें पता नहीं है कि कुल कितने थे, लेकिन मैं एक बात कह सकती हूं कि हमारे साथ कई लोग थे. सभी एक-दूसरे पर चढ़ रहे थे. एक दूसरे को धक्का दे रहे थे, जिसमें कई लोग दब गए. सत्संग समाप्त होने के बाद जब हम जा रहे थे, तभी लोग एक दूसरे को धक्का देने लगे. एक-दूसरे को कुचलने लगे."
वहीं, सत्संग में हिस्सा लेने पहुंची ज्योति नाम की युवती ने भी वहां की स्थिति के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, "हम कई लोगों के साथ सत्संग में हिस्सा लेने पहुंचे थे. वहां बहुत सारे लोग थे. शुरू में तो सब कुछ ठीक ही था, लेकिन सत्संग समाप्त होने के बाद सभी लोग एक दूसरे पर चढ़ गए. पता ही नहीं चला कि ये सब कैसे हो गया. हमें बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिल पा रही थी. सत्संग में कई लोग शामिल थे, जिसमें कइयों की मौत हो चुकी है."
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