मेष, तुला और मकर राशि वालों पर शनि वक्री का फल जानें
मेष, तुला और मकर राशि वालों पर शनि वक्री का फल जानें
शनि देव जब अपने नियमित गतिमान पथ से चलते हुए पिछले ग्रहों के मुकाबले ऊर्ध्वमुखी दिशा में चलते हैं तो इसे शनि वक्री कहा जाता है. शनि वक्री का प्रभाव सभी के राशियों के जीवन को विभिन्न तरह से प्रभावित करता है.मेष
शनि आपकी राशि से 11वें भाव में वक्री हुए हैं. ऐसे में शनि देव आपको शुभ फल प्रदान करेंगे. शनि की वक्री अवस्था आपके लिए शुभ फलदायी साबित होगी और इस दौरान आपको नौकरी-व्यापार में खूब लाभ होगा.
लेकिन आपको शुभ फल तभी मिलेगा, जब आप खूब मेहनत करेंगे. मेहनत न करने या कामचोरी करने पर बिजनेस में मुनाफा नहीं मिलेगा और करियर में भी बाधाओं का सामना करना पड़ता है. यदि शनि वक्री अवस्था में आपको कर्म फलदाता शनि से शुभ फल चाहिए तो अच्छे कर्म और खूब मेहनत करें. साथ ही प्रतिदिन ऊं नमो नारायणाय मंत्र का 21 बार जप करें।
तुला
आपकी राशि से पंचम भाव में शनि वक्री हुए हैं, जोकि आपके लिए तनाव बढ़ाएगा. इस दौरान धनहानि का सामना करना पड़ता है. वाद-विवाद जैसी स्थितियां बनेंगी और पैसों के खर्च बढ़ेंगे. शिक्षा क्षेत्र में सफलता के लिए आपको अधिक प्रयास और मेहनत करनी पड़ेगी
मकर
शनि वक्री होकर साढ़ेसाती या ढैय्या वाली राशियों को अधिक कष्ट देते हैं. मकर राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती का तीसरा चरण चल रहा है. ऐसे में शनि वक्री होकर आपकर जुल्म ओ सितम ढाएंगे. यह समय आपके करियर, कारोबार और शिक्षा आदि के लिए बहुत संघर्षकारी रहेगा
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