आइए जानें गुरु पूर्णिमा कब लेगेगी और शुभ संयोग
आइए जानें गुरु पूर्णिमा कब लेगेगी और शुभ संयोग
गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा और वेद पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार गुरु और शिष्य के पवित्र संबंध का प्रतिबिंब होता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई को शाम 05:59 बजे शुरू होगी. यह 21 जुलाई 2024 को अपराह्न 03:46 बजे समाप्त होगा. गुरु पूर्णिमा 21 जुलाई को मनाई जाएगी. पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की भी पूजा की जाती है. इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य दिया जाता है. इस पूर्णिमा पर चंद्रोदय का समय शाम 6 बजकर 47 मिनट पर होगा।
इसके लिए हिंदू धर्म में आषाढ़ पूर्णिमा का बहुत महत्व है. पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन महाभारत और वेदों के रचयिता महर्षि व्यास का जन्म हुआ था. इसके लिए आषाढ़ पूर्णिमा के दिन गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है।
इस दिन गंगा स्नान का बहुत महत्व है अगर आप गंगा स्नान नहीं कर सकते तो घर पर ही गंगा जल से स्नान करें. इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें. फिर भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा करें और अपने गुरुओं, माता-पिता का आशीर्वाद लें. सभी देवी-देवताओं को फल, फूल, धूप, दीप, भस्म और हल्दी अर्पित करें।
गुरु पूर्णिमा के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. सर्वार्थ सिद्धि योग का प्रारंभ सुबह में 05 बजकर 37 मिनट से होगा, जो देर रात 12:14 ए एम तक बना रहेगा. शुभ योगों में सर्वार्थ सिद्धि योग की गणना की जाती है. शुभ कार्यों के लिए यह एक उत्तम योग है. इसके अलावा उस दिन प्रीति योग रात में 9 बजकर 11 मिनट पर लगेगा. उत्तराषाढा नक्षत्र सुबह से लेकर देर रात 12:14 बजे तक है. चन्द्रमा धनु राशि में सुबह 07:27 ए एम तक है, उसके बाद मकर राशि में होगा।
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