भारत आर्थिक रूप से तेज गति से आगे बढ़ रहा, देश को आर्थिक विकास दर 8.4 प्रतिशत : बिंदल - Smachar

Header Ads

Breaking News

भारत आर्थिक रूप से तेज गति से आगे बढ़ रहा, देश को आर्थिक विकास दर 8.4 प्रतिशत : बिंदल

 भारत आर्थिक रूप से तेज गति से आगे बढ़ रहा, देश को आर्थिक विकास दर 8.4 प्रतिशत : बिंदल


शिमला, देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी के नेतृत्व में भारत आर्थिक रूप से तेज गति से आगे बढ़ रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण 2023-24 के अंतिम तिमाही में आर्थिक विकास दर 8.4 प्रतिशत पहुंच गई है, जो आज विश्व में सर्वाधिक है। 

भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 राजीव बिन्दल ने कहा कि जहां दुनिया की आर्थिकी कमजोर हो रही है वहीं मोदी जी के नेतृत्व में भारत की आर्थिकी मजबूत हो रही है। इसका कारण है कि विगत 10 वर्षो में भ्रष्टाचार में बर्बाद होने वाली राशियों को देशहित में लगाया गया। एक करोड़ से अधिक स्टार्टअप शुरू करके युवाओं को उत्पादकता में जोड़ा गया। किसान की पैदावार को लगभग दो गुना किया गया जिससे दुध का उत्पादन, मछली का उत्पादन, मोटे अनाजों का, दालों का और तिलहन के उत्पादन को बड़ी मात्रा में बढ़ाया गया। भारत का निर्यात विगत 10 वर्षों में कई गुना बढ़ा और भारत में पूंजी निवेश बढ़ा, इन्हीं सब कारणों से आधारभूत ढांचा विकास (Infrastructure Development) पर 11 लाख करोड़ रू0 तक व्यय करने की स्थिति में देश पहुंचा। 

डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि आर्थिक स्थिति मजबूत होने के कारण गरीब कल्याण की अनेक-अनेक योजनाओं को आगे बढ़ाया जा सका। 11 करोड़ किसानों को किसान सम्मान निधि दी जा सकी, गरीबों को पक्के घर बनाना, शौचालयों का बनाना, स्वास्थ्य क्षेत्र में, शिक्षा क्षेत्र में अभूतपूर्व तरक्क ी करना यह सब मोदी जी की नीतियों से संभव हुआ। भारत जो 2014 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार मे आर्थिक रूप से दुनिया में 11वें पायदान पर था और दुनिया की पांच गिरती हुई अर्थव्यवस्थाओं में से एक था, वह भारत देश आज मोदी जी के प्रयासों से दुनिया की 5 गिरती हुई अर्थव्यवस्थाओं से उठकर दुनिया की 5 सर्वोच्च अर्थव्यवस्थाओं में पहुंचा। 

डाॅ0 बिन्दल ने कहा कि मोदी जी ने लक्ष्य रखा है कि अगले तीन वर्षों में भारत को दुनिया की तीसरी आर्थिक महाशक्ति के रूप में खड़ा करना है जिससे गरीब कल्याण के लिए, युवाओं के रोजगार के लिए, किसानों के विकास के लिए और महिलाओं के उत्थान के लिए धन की कमी आड़े न आये। उन्होनें कहा कि दुनियाभर के अर्थशास्त्री भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था की सराहना कर रहे हैं।

कोई टिप्पणी नहीं