कोटला में पुलिस व माइनिंग विभाग की नाक के नीचे हो रहा है अवैध खनन।
कोटला में पुलिस व माइनिंग विभाग की नाक के नीचे हो रहा है अवैध खनन।
कोटला में शनि मंदिर के पास माफिया ने लगाए पत्थरों के बड़े बड़े ढेर
ज्वाली : जनक पटियाल /
जवाली उप मंडल की देहर खडड, भेड़खडड, वरालखडड में रात के अंधेरे में पोकलेन और जेबीसी मशीन टिप्पर, ट्रैक्टर द्वारा अवैध खनन माफिया नदियों का सीन छलनी कर रहे हैं। इन्हें कानून तथा कानून के रखवालो का कोई डर - खौफ नहीं है । अवैध खनन माफिया गिरोह ने क्षेत्र में दहशत का माहौल बना रखा है कि बड़े-बड़े रसूखदार भी इनसे खौफ खाने लगे हैं। पहले तो खनन अधिकारी ने खनन कि रोक की भनक तक सार्वजनिक नहीं की। पहले दिन में बेरोकटोक अवैध खाना होता था। जो अब रात के अंधेरे में अंजाम दिया जा रहा है। लेकिन अब अवैध खनन का तरीका बदलकर पोकलेन तथा जेसीबी से बड़े टिप्पर ट्रालो द्वारा खनन सामग्री निकालने को अंजाम दिया जा रहा है। स्थानीय पर्यावरण प्रेमियों की मांग है कि इन अवैध खनन माफियाओं से जुड़े कारोबारियों की संपत्ति की जांच ईडी ,आयकर विभाग, परवर्तन निदेशालय से करवाई जाए। जिन लोगों की परिवारिक स्थिति ठीक नहीं थी वो आज रातों-रात करोड़ों से अरबो तक के मालिक कैसे बन गए। और खनन विभाग की तरफ से खानापूर्ति के लिए एक आधा जेसीबी आदि का चालान कर लोगों की आंखों में धूल झोकीं जा रही है। 1977 से 80 के बीच तत्कालीन विधायक डॉ हरवंस सिंह राणा तथा कोटला के लोकप्रिय नेता प्रधान चतरो राम के अथक प्रयासों से कोटला की सुरक्षा हेतु देहर खडड में वारवड वायर युक्त क्रेट भी अवैध खनन माफिया से नहीं बच पाए हैं। कोटला से बडेड सड़क पर शनि देव मंदिर के नीचे लगाए गए यह क्रेट रात के अंधेरे में अवैध खनन माफिया गिरोह के लोग ट्रैक्टरों में भरकर चोरी बेचे जा रहे हैं। डर के मारे स्थानीय लोग आवाज उठाने से कतराते हैं। क्योंकि खनन माफिया गिरोह प्रशासन ,शासन की छत्रछाया में इतना ताकतवर हो गया है कि पुलिस के गिरवान में हाथ डालने से भी नहीं कतराता। अगर कोई पुलिस से शिकायत करें तो पुलिस उनके डर के मारे स्टाफ न होने के कारण पल्ला झाड़ लेते हैं।
इस बारे में उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान से पूछने पर उन्होंने कहा कि सरकार ने 15 सितंबर तक प्रदेश में खनन गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है। तथा माइनिंग विभाग ,पुलिस विभाग व उपायुक्त को अवैध खनन गतिविधियों पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं