त्रिलोकपुर में हल्की बारिश में मलवा खिसकने से टनल बंद।
त्रिलोकपुर में हल्की बारिश में मलवा खिसकने से टनल बंद।
लोगों कम्पनी की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल।
हालांकि कम्पनी द्वारा मलवे को हटाने का कार्य जारी।
मशीनों से जितना मलवा उठाया जा रहा पहाड़ से उतना ही मलवा खिसक रहा।
शाहपुर : जनक पटियाल /
पठानकोट-मंडी फोरलेन को लेकर बड़े-बड़े दावे तो किए जा रहे हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत इन दावों पर सवालिया निशान खड़े कर रही है। बारिश की हल्की फुहारों से ही फोरलेन किनारे की पहाड़ियों से कटिंग का मलबा खिसक कर सड़क पर गिरने लगा है। कोटला के समीप त्रिलोकपुर सुरंग के बाहर, अचानक भारी-भरकम मलबा पहाड़ी से गिर पड़ा, जिससे सुरंग के एक ओर वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई। हालांकि कंपनी की पोकलेन मशीन मलबा हटाने में जुटी रही, लेकिन जितना मलबा हटाया जाता, उतना ही ऊपर से और आ गिरता।शुक्रवार को भी यह सिलसिला थमा नहीं। नतीजतन सुरंग बहाल नहीं हो सकी। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण के दौरान नियमों को ताक पर रख दिया गया। 45 डिग्री की निर्धारित कटिंग के बजाय पहाड़ों को सीधा 90 डिग्री में काटा गया, जिससे अब बारिश के मौसम में मलबा सीधे नीचे खिसक रहा है। ऐसे हालात में, यदि कोई वाहन वहां से गुजर रहा हो और अचानक मलबा गिर जाए, तो एक बड़ा हादसा हो सकता है। लोगों ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से अपील की है कि फोरलेन निर्माण कार्य का तत्काल निरीक्षण करवाया जाए और जो ठेकेदार या एजेंसियाँ नियमों की अनदेखी कर रही हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
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