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बजट 2024 में आम आदमी को मिल सकती है, बड़ी खुशखबरी

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश किए जाने वाले बजट में ब्याज से होने वाली आमदनी को बढ़ाकर 25,000 रुपये कर सकती है। इस बजट में बैंक से मिलने वाले टैक्स फ्री 10,000 रुपये ब्याज को बढ़ाया जा सकता है।

 Himachal Media Bureau :मोदी सरकार अपना केंद्रीय बजट इसी माह के अंत तक पेश कर सकती है। माना जा रहा है कि इस बजट में टैक्स से जुड़ी बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं। ऐसा माना जार है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश किए जाने वाले बजट में ब्याज से होने वाली आमदनी को बढ़ाकर 25,000 रुपये कर सकती है। वर्तमान में, करदाता आयकर अधिनियम की धारा 80TTA के तहत बचत खातों से सालाना अर्जित ब्याज पर 10,000 रुपये तक की कटौती का दावा कर सकते हैं।

वहीं वरिष्ठ नागरिक, जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है, के लिए यह सीमा 50,000 रुपये है। इसमें धारा 80टीटीबी के अंतर्गत सावधि जमा से अर्जित ब्याज आय भी शामिल है।

सरकार इस 10,000 रुपये की सीमा को 15,000 रुपये बढ़ाकर 25,000 रुपये करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार अगर घोषणा की जाती है, तो खाताधारक अर्जित ब्याज पर 25,000 रुपये तक की कर छूट का दावा कर सकते हैं। पिछले सप्ताह वित्त मंत्रालय के प्रमुख अधिकारियों के साथ बैठक में बैंकों द्वारा इस संबंध में सुझाव दिया गया था। ईटी में एक सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा गया है, इस पर विचार किया जा रहा है और बैंकों को कुछ राहत मिल सकती है, जिन्होंने जमाराशि बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन की मांग की है।

यहां उल्लेखनीय है कि बचत खाते के ब्याज पर टैक्स लाभ केवल पुरानी आयकर व्यवस्था के तहत ही उपलब्ध है, क्योंकि 2020 के बजट में पेश की गई नई कर व्यवस्था के तहत इन लाभों को वापस ले लिया गया था। हालाँकि अपने डाकघर बचत खातों पर ब्याज कमाने वाले करदाता धारा 10(15)(i) के तहत व्यक्तिगत खातों के लिए 3,500 रुपये तक की छूट का दावा कर सकते हैं। अब, बैंक चाहते हैं कि दोनों कर व्यवस्थाओं के तहत लाभ दिए जाएं। ईटी रिपोर्ट में एक जानकार व्यक्ति का हवाला देते हुए कहा गया है, पुरानी सीमा को बढ़ाने और नई व्यवस्था में मौजूदा नियमों के तहत अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों में बचत खातों से अर्जित ब्याज आय की अनुमति देने सहित दोनों मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।

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