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हादसे का शिकार हुए येती एयरलाइंस के विमान का ब्लैक बॉक्स हुआ बरामद,चार लोग अभी भी लापता


हादसे का शिकार हुए येती एयरलाइंस के विमान का ब्लैक बॉक्स हुआ बरामद,चार लोग अभी भी लापता 

आज नेपाल सेना के प्रवक्ता कृष्ण प्रसाद भंडारी ने कहा हमने दुर्घटनास्थल से किसी को जीवित नहीं निकाला है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने मंत्रिपरिषद की आपात बैठक बुलाई। उन्होंने देश के गृह मंत्रालय, सुरक्षाकर्मियों और सभी सरकारी एजेंसियों को तत्काल बचाव और राहत अभियान चलाने का निर्देश दिया। 

नेपाली अधिकारियों ने एक विशेष आयोग को दुर्घटना के कारणों की जांच करने का काम सौंपा है। 45 दिनों में रिपोर्ट आने की उम्मीद है। नेपाल के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के अनुसार, दुर्घटनाग्रस्त विमान में सवार 68 यात्रियों में पांच भारतीयों के अलावा चार रूसी और एक आयरिश नागरिक भी शामिल थे।

पोखरा एयरपोर्ट के अधिकारी शेर बाथ ठाकुर ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि रविवार को हादसे का शिकार हुए येती एयरलाइंस के विमान का ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है। ब्लैक बॉक्स के मिलने के बाद ये संभवना जताई जा रही है कि विमान हादसे का शिकार कैसे हुआ, इसकी सटीक जानकारी मिल पाएगी।

बता दें कि हादसे की शिकार विमान में क्रू मेंबर समेत कुल 72 यात्री सवार थे। अब तक 68 शवों को बरामद कर लिया गया है, बाकी अन्य चार शवों की बरामदगी के लिए सोमवार सुबह एक बार फिर सर्च अभियान चलाया गया। नेपाल सशस्त्र पुलिस बल के डीआईजी शंभू सुबेदी ने एएनआई को बताया कि लापता चार लोगों का पता लगाने के लिए आज सुबह बचाव अभियान फिर से शुरू किया गया।


बता दें कि पांच भारतीयों और चालक दल के चार सदस्यों समेत 68 यात्रियों को लेकर जा रहा विमान रविवार को नेपाल के पोखरा में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे का शिकार दो इंजन वाला टर्बोप्रॉप एटीआर 72 विमान नेपाल की राजधानी काठमांडू से पोखरा जा रहा था।

जिसका अब ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है ब्लैक बॉक्स हर प्लेन के सबसे पिछले हिस्से में लगा होता है। ये डिवाइस डीप ऑरेंज कलर का होता है। माना जाता है कि प्लेन के सबसे पिछले हिस्से में लगे होने के कारण हादसे के बावजूद ये सुरक्षित रहता है। कहा जाता है कि ये डिवाइस 1100 °C टेम्परेचर और 20,000 फिट डेप्थ अंडर वाटर प्रेशर को भी झेल सकता है।

ब्लैक बॉक्स का मुख्य काम एयरक्राफ्ट और फ्लाइट पैरामीटर्स की परफॉर्मेंस को रिकॉर्ड करना होता है। ये बॉक्स एयरस्पीड, अल्टीट्यूड. वर्टिकल एक्सलेरेशन और फ्यूल फ्लो को रिकॉर्ड करता है। इसके दो कंपोनेंट्स होते हैं।


पहला कंपोनेंट्स कॉकपिट वॉयस रिकार्डर (CVR) होता है जो पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) के बीच हुई बातचीत को रिकार्ड करता है। वहीं, दूसरा कंपोनेंट्स फ्लाइट डेटा रिकार्डर (FDR) होता है जिसमें 25 घंटे तक का फ्लाइट डेटा स्टोर होता है।येति एयरलाइंस के विमान का ब्लैक बॉक्स मिलने के बाद ये जानकारी सामने आ सकती है कि हादसे के दौरान विमान सही अल्टीट्यूड पर उड़ रही थी या नहीं। या फिर पायलट को लो फ्यूल, कम्युनिकेशन की कोई दिक्कत तो नहीं थी?

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