लाहौल स्पीति व मनाली में बाढ़, 34 घर करवाएं खाली - Smachar

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लाहौल स्पीति व मनाली में बाढ़, 34 घर करवाएं खाली

भारी वर्षा से लाहौल स्पीति व कुल्लू जिला में बाढ़ आने से नुकसान हुआ है। दोनों स्थानों पर 34 घर खाली करवाने पड़े हैं। शिमला शहर के पंथाघाटी में भूस्खलन के कारण गाड़ियां मलबे में दब गईं। शनिवार रात लाहौल स्पीति जिला में मयाड़ नाले में बाढ़ आने से पानी और मलबा करपट गांव में घरों तक पहुंच गया।



हिमाचल प्रदेश में मानसून सक्रिय है। मौसम विभाग के जारी किए गए ताजा पूर्वानुमान के अनुसार प्रदेश के छह जिलों ऊना, हमीरपुर, मंडी बिलासपुर, सोलन व सिरमौर में आंधी के साथ भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।

प्रदेश में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने का अनुमान है।


10 बीघा भूमि पर सब्जियों की फसल तबाह हो गई है। गांव के स्कूल भवन को भी नुकसान पहुंचा है। दूसरी घटना कुल्लू जिला के तहत मनाली के पलचान गांव की है। रविवार सुबह भारी वर्षा के कारण ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया। नदी ने पलचान गांव का रुख कर लिया, जिससे भारी भूस्खलन होने लगा। देखते ही देखते पानी घरों तक पहुंच गया।

उदयपुर से प्रशासन की टीम रात 10 बजे मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। लोगों को त्वरित राहत पहुंचाने के लिए टीम खाद्य सामग्री व जरूरी सामान लाई थी। खतरे को भांपते हुए करपट गांव में 30 घर खाली करने पड़े। अधिकतर लोगों ने टेंट में तो कुछ ने दूसरे गांव में शरण ली है।

हालात देखकर ग्रामीण ढाले राम, संतोष, उत्तम व भोला ने पड़ोसियों की मदद से घरों को खाली कर दिया। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और खतरे की जद में आए चार घरों को खाली करवाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा। ब्यास नदी में बहते पत्थरों की आवाज सुनकर लोअर सोलंगनाला क्षेत्र के लोग सो नहीं पाए।

वहीं, राजधानी शिमला में शनिवार रात वर्षा के बाद कई जगह भूस्खलन से भयतीत हैं। पंथाघाटी में भूस्खलन होने से तीन गाड़ियां मलबे में दब गईं। पंथाघाटी के साथ मुख्य सड़क के किनारे लोगों ने गाड़ियों को पार्क किया था। नगर निगम शिमला ने लोगों से अपील की है कि वाहनों को सुरक्षित स्थान पर पार्क करें।

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