होशियार सिंह के साथ है देहरा की जनता, भारी मतों से जीतेगी भाजपा : परमार - Smachar

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होशियार सिंह के साथ है देहरा की जनता, भारी मतों से जीतेगी भाजपा : परमार

होशियार सिंह के साथ है देहरा की जनता, भारी मतों से जीतेगी भाजपा : परमार

मुख्यमंत्री हैं इस उपचुनाव के और प्रदेश के ख़राब हालात के ज़िम्मेदार

विश्व की सबसे बड़ी पार्टी को नहीं मिला जनसभा स्थल, सड़क पर करनी पड़ी सभा

राज्यसभा में होशियार ने भाजपा की मदद जिस कारण उन्हें प्रताड़ित किया गया



धर्मशाला : देहरा विधानसभा उपचुनाव के प्रभारी, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व विधायक विपिन सिंह परमार ने सुक्खू सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वर्तमान राजनीतिक हालात के लिए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू स्वयं दोषी हैं। उन्होंने इस तरह के हालात पैदा किए हैं कि अपने ही विधायक मंत्री और पार्टी के नेता ख़िलाफ़ हो गये। निर्दलीय जीतने वाले विधायकों को इस्तीफ़ा देना पड़ा। मुख्यमंत्री तानाशाही से सत्ता चलाना चाहते हैं लेकिन प्रदेश के लोग तानाशाही को स्वीकार नहीं करेंगे। देहरा के विकास के लिए होशियार सिंह ने पूरी लगन के साथ काम किया है। इस उपचुनाव में देहरा की जनता भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह भारी मतों से विजयी बनाने जा रही है। सत्ता के दुरुप्रयोग का आलम यह है कि विश्व की सबसे बड़ी पार्टी को सरकार ने जनसभा के लिए मैदान नहीं दिया गया और हमें सड़क पर कार्यक्रम करना पड़ा। सत्ता के दुरुपयोग से हम रुकने वाले नहीं हैं और पूरी ताक़त के साथ ऐसी तानाशाही का सामना करेंगे। वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति के साथ-साथ प्रदेश के ठप पड़े विकास, व्याप्त अराजकता और ध्वस्त क़ानून व्यवस्था के ज़िम्मेदार भी मुख्यमंत्री स्वयं हैं। वह विधायकों को साथ लेकर चलने में यक़ीन नहीं रखते हैं। परमार ने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री द्वारा तानाशाही का पूर्ण रवैया अपनाया गया। हज़ारों की संख्या में चलते संस्थान बंद कर दिये गये। दस हज़ार से ज़्यादा युवाओं को नौकरी से निकाल दिया। मनमाने ढंग से अपने ‘लोगों’ को सरकार में ऐडजस्ट किया, जिन्होंने पार्टी के नेता पदाधिकारियों के साथ-साथ चुने हुए विधायकों का भी अपमान किया। उनके जनहित के काम रुकवाए। विकास के कामों को ठप किया। जिसके ख़िलाफ़ उन्होंने बार-बार आवाज़ उठाई, अपनी बातें कहने की कोशिश की, उनकी आवाज़ नहीं सुनी गई। उन्होंने सरकार की झूठी गारंटियों पर सवाल उठाया तो उन्हें चुप कराने की कोशिश हुई। उन्हें प्रताड़ित किया गया। विपक्ष डेढ़ साल से सरकार द्वारा की जा रही तानाशाही के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाता रहा। तीन दिन पहले तो कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने मुख्यमंत्री पर बंधक बनाकर अपनी बातें मनवाने का आरोप लगाया। सरकार द्वारा इस तरह से व्यवस्था का दुरुपयोग पहले नहीं हुआ। क्या व्यवस्थाओं के दुरुपयोग को ही मुख्यमंत्री ने व्यवस्था परिवर्तन का नाम दिया है। विपिन सिंह परमार ने कहा कि देहरा से दो बार के निर्दलीय विधायक होशियार सिंह को प्रताड़ित करने में मुख्यमंत्री ने कोई कसर नहीं छोड़ी। क्योंकि उन्होंने राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेसी के प्रत्याशी को वोट न देकर चम्बा के रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेता को वोट किया था। यही बात मुख्यमंत्री को बर्दाश्त नहीं हुई और निर्दलीय विधायकों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री उन्हें डरा धमकाकर अपनी बात मनवाना चाहते हैं। इस प्रताड़ना से तंग आकर तीनों निर्दलीय विधायकों ने विधायकी से इस्तीफ़ा दे दिया। भाजपा के सहयोग के कारण ही उन्हें प्रताड़ित किया गया इसलिए भाजपा ने उन्हें इस उपचुनाव में प्रत्याशी बनाया है। उन्होंने होशियार सिंह को भारी से भारी मतों से जिताने की अपील की।

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