दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा तनाव प्रबंधन व नशा मुक्ति विषय पर हुआ विशेष सेमिनार आयोजित - Smachar

Header Ads

Breaking News

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा तनाव प्रबंधन व नशा मुक्ति विषय पर हुआ विशेष सेमिनार आयोजित

दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा सशस्त्र सीमा बल के दूरसंचार प्रशिक्षण केन्द्र शिमला में तनाव प्रबंधन व नशा मुक्ति विषय पर एक विशेष सेमिनार आयोजित किया गया। 



शिमला : सेमिनार में श्री आशुतोष महाराज जी के शिष्य डॉ. सर्वेश्वर जी ने बताया कि आज के तेजी से बदलते और प्रतिस्पर्धात्मक युग में तनाव एक सामान्य समस्या बन चुकी है। यह न केवल हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता है। बहुत सारे लोग तनाव से निपटने के लिए नशे का सहारा लेते हैं, और फिर एक घटना से शुरू हुआ यह नशा कब हमें अपना आदी बना लेता है, पता ही नहीं चलता। ऐसे में मन की शांति, तन का आरोग्य, घर की सुख समृद्धि सब नष्ट हो जाते हैं और बचता है तो केवल दुःख, परेशानी, तकलीफ और रोग।  इसलिए, तनाव प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण है। तनाव एक ऐसी मानसिक और शारीरिक प्रतिक्रिया है जो हम विभिन्न चुनौतियों और दबावों के समय अनुभव करते हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम तनाव को समझें और इसके प्रबंधन के लिए उचित कदम उठाएँ। 

स्वामी जी ने तनाव प्रबंधन के लिए कुछ प्रभावी सुझाव भी दिए,जैसे स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं , अपनी दिनचर्या को योजनाबद्ध ढंग से व्यवस्थित करें और महत्वपूर्ण कार्यों को प्राथमिकता दें। नकारात्मक विचारों को सकारात्मक दृष्टिकोण से बदलने की कोशिश करें। 
स्वामी जी ने कहा कि  अगर हम बुरी से बुरी परिस्थिति में और जीवन के उतार-चढ़ाव  में खुद को सक्षम बनाना चाहते हैं तो हमें जरूरत है के हमारा आत्मविश्वास दृढ़ हो पर ये तभी संभव है जब हम आत्म-साक्षात्कार कर खुद को पहचान जाएं और यह केवल ब्रह्मज्ञान की ध्यान साधना से ही संभव हो सकता है। उन्होंने इस संदर्भ में महाभारत के अर्जुन की उदाहरण देते हुए कहा कि इतना महान योद्धा भी युद्ध में स्ट्रेस से ग्रसित हो गया था तो उसे भगवान श्री कृष्ण ने  इसी ब्रह्मज्ञान की ध्यान साधना से जोड़ कर स्ट्रेस मुक्त किया था। हमें भी उसी ध्यान से जुड़ने की जरूरत है क्योंकि समाज में पनपने वाली हर समस्या का जन्म इस सूक्ष्म मन से हुआ है और ब्रह्मज्ञान की ध्यान साधना इसी मन के विचारो को नियंत्रित करती है। कार्यक्रम के दौरान जवानों को कुछ रोचक क्रियाओं करवाकर जिन्दगी जीने के सूत्र प्रदान किए गए। स्वामी धीरानंद जी ने जानकारी देते हुए बताया कि दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा नशा मुक्त समाज की स्थापना के लिए पूरे भारत में बोध नामक प्रकल्प चलाया गया है जिसके अन्तर्गत नुक्कड़ नाटक, जागरूकता रैली आदि कार्यक्रम किए जाते हैं। स्वामी जी ने कहा कि तनाव से मुक्ति का ध्यान ही सर्वोत्तम उपाय है। एसएसबी अधिकारी अजय शर्मा जी ने जवानों के उत्थान के लिए किए गए कार्यक्रम के लिए संस्थान का धन्यवाद किया और संस्थान द्वारा चलाए जा रहे सामाजिक कार्यों की सराहना की।

कोई टिप्पणी नहीं