भाजपा मुख्यालय में भारत केसरी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर श्रद्धापूर्वक नमन किया - Smachar

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भाजपा मुख्यालय में भारत केसरी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर श्रद्धापूर्वक नमन किया

 भाजपा मुख्यालय में भारत केसरी श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर श्रद्धापूर्वक नमन किया


 शिमला : गायत्री गर्ग /

शिमला, भाजपा मुख्यालय दीपकमल चक्कर में राष्ट्रभक्ति का प्रतीक, बलिदान की मिसाल भारत माता के वीर सपूत डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, जिन्होंने अखंड भारत की कल्पना को अपने जीवन का संकल्प बना लिया। देश की एकता और अखंडता के लिए जिन्होंने अपना सर्वस्व समर्पित कर दिया ऐसे भारत केसरी को उनकी 125वीं जयंती पर श्रद्धापूर्वक नमन किया गया। 

इस अवसर पर पुष्पांजलि का कार्यक्रम भी आयोजन किया गया जिसमें विशेष रूप से भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, मुख्यवक्ता वरिष्ठ नेता गणेश दत्त, प्रत्याशी संजय सूद, रवि मेहता, महिला मोर्चा महामंत्री वंदना योगी, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, कोषाध्यक्ष कमल सूद, जिला अध्यक्ष केशव चौहान, कार्यालय सचिव प्रमोद ठाकुर, किरण बावा, रमा ठाकुर, सुदीप महाजन, रूपा शर्मा, प्रेम ठाकुर, विजय परमार उपस्थित रहे। मुख्यवक्ता गणेश दत्त ने सभा को संबोधित करते हुए कहा भारत में दो प्रकार के सिद्धांत चते थे, यह नेहरू जी की देन थी। नेहरू ने सारे भारत को तो एक तरफ रखा और जम्मू-कश्मीर को दूसरी तरफ रख दिया, जम्मू-कश्मीर को एक विशेष अधिकार देकर वहां के लिए धारा 370 लगा कर देश पर एक कलंक लगा दिया। भाजपा का एक एक कार्यकर्ता लंबे समय तक हम नारे लगाते रहे और प्रतिज्ञा लेते रहे, " जहां हुए बलिदान मुखर्जी वो कश्मीर हमारा है जो कश्मीर हमारा है वो सारे का सारा है ", यह हमारा संकल्प था। लेकिन कई बार इस संकल्प को लेकर के हम लोगों के मन में संशय होता था कि शायद इस संकल्प को लेकर के हम आगे बढ़ रहे हैं उसमें सफल भी होंगे या नहीं। 

उन्होंने कहा कि हमारे देश के महान नेता पीएम नरेंद्र मोदी ने श्यामा प्रदेश मुखर्जी के सपने को पूरा किया और आज देश से धारा 370 को समाप्त कर दिया गया। इसमें केंद्र मंत्री अमित शाह का भी महत्वपूर्ण भूमिका रही। 

कांग्रेस राज में एक देश में दो विधान, दो निशान और दो संविधान, होते थे पर केंद्र की भाजपा सरकार ने एक देश, एक संविधान, इस निशान करके दिखाया। 

गणेश दत्त ने कहा एक देश में दो विधान दो प्रधान नहीं चलेंगे का नारा देने वाले भारतीय जनसंघ के संस्थापक डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की आज 6 जुलाई को 124वीं जयंती है। डॉक्टर मुखर्जी अनुच्छेद 370 के मुखर विरोधी थे और चाहते थे कि कश्मीर पूरी तरह से भारत का हिस्सा बने और वहां अन्य राज्यों की तरह समान कानून लागू हो। डा. मुखर्जी के बलिदान के दशकों बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कश्मीर से धारा 370 हटा कर देश में एक विधान और एक निशान का उनका सपना पूरा कर दिया। कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने की शुरुआत सबसे पहले श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने की थी। महान देशभक्त डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कलकत्ता के प्रतिष्ठित बंगाली परिवार में हुआ था। उनके पिता सर आशुतोष मुखर्जी शिक्षाविद् के रूप में विख्यात थे। एक महान् शिक्षाविद और चिन्तक होने के साथ-साथ भारतीय जनसंघ के संस्थापक भी थे। डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय से स्नातक होने के पश्चात मुखर्जी 1923 में सेनेट के सदस्य बने। सन 1924 में पिता की मृत्यु के बाद उन्होंने कलकत्ता हाईकोर्ट में वकालत के लिए पंजीकरण कराया। 1926 में उन्होंने इंग्लैंड के लिए प्रस्थान किया जहाँ लिंकन्स इन से उन्होंने 1927 में बैरिस्टर की परीक्षा उत्तीर्ण की। डॉ मुखर्जी के राजनैतिक जीवन की शुरुआत सन 1929 में हुई जब उन्होंने कांग्रेस पार्टी के टिकट पर बंगाल विधान परिषद् में प्रवेश किया परन्तु जब कांग्रेस ने विधान परिषद् के बहिष्कार का निर्णय लिया तब उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके पश्चात उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा और चुने गए। सन 1941-42 में वह बंगाल राज्य के वित्त मंत्री रहे। सन 1937 से 1941 के बीच जब कृषक प्रजा पार्टी और मुस्लिम लीग की साझा सरकार थी तब वो विपक्ष के नेता थे और जब फजलुल हक के नेतृत्व में एक प्रगतिशील सरकार बनी तब उन्होंने वित्त मंत्री के तौर पर कार्य किया पर 1 साल बाद ही इस्तीफा दे दिया। पंडित जवाहरलाल नेहरू ने उन्हें अंतरिम सरकार में उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री के रूप में शामिल किया। नेहरू और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री लियाकत अली के बीच हुए समझौते के पश्चात 6 अप्रैल 1950 को उन्होंने मंत्रिमंडल से त्यागपत्र दे दिया। इसके बाद उन्होंने नए राजनैतिक दल की स्थापना की जो उस समय सबसे बड़ा विरोधी दल था। इस प्रकार अक्टूबर, 1951 में 'भारतीय जनसंघ' का उद्भव हुआ। सन 1952 के चुनाव में भारतीय जन संघ ने कुल तीन सीटें जीती, जिसमे एक उनकी खुद की सीट शामिल थी।

कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष राजीव पंडित, पूर्व युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अमित ठाकुर, युवा कार्यकर्ता अचल पठनीय, अधिवक्ता विवेक शर्मा उपस्थित रहे।

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