नगरोटा सूरियाँ मत्स्य सोसायटी के पंजीकृत मछुआरों द्वारा लगभग 3446.4 किलो ग्राम मछली पकड़ी गई
नगरोटा सूरियाँ मत्स्य सोसायटी के पंजीकृत मछुआरों द्वारा लगभग 3446.4 किलो ग्राम मछली पकड़ी गई
नगरोटा सूरियां : प्रेम स्वरूप शर्मा /
पौंग झील में मछली पकड़ने पर शनिवार को प्रतिबन्ध हट गया है। 15 जून से 15 अगस्त तक मछली प्रजनन सीजन के कारण मछली पकड़ने पर प्रतिबन्ध रहता है। मछली के शौकीन दो महीने बाद अब पौंग झील की स्वादिष्ट मछली का जायका ले सकेंगे।
पौंग झील मत्स्य सहायक निदेशक विवेक शर्मा ने बताया कि इस बार पहले दिन शनिवार को पौंग झील में पिछले साल की अपेक्षा 1406 किलोग्राम मछली अधिक पकड़ी गई। जबकि नगरोटा सूरियां में सबसे अधिक 3346.4 किलोग्राम मछली पकड़ी गई। जबकि नगरोटा सूरियां के राकेश कुमार ने 12 किलोग्राम की कतला प्रजाति की मछली पकड़ी जबकि नगरोटा सूरियां के ही अमन ने 167 किलोग्राम मछली पकड़ कर सभी मछुआरों को पीछे छोड़ दिया।
उन्होंने बताया कि इस साल 16 अगस्त को 17806.4 किलोग्राम मछली पकड़ी गई, जबकि पिछले साल 16 अगस्त को 16400.4 किलोग्राम मछली पकड़ी गई थी। इस बार नगरोटा सूरियां में पिछले साल की अपेक्षा इस साल 16 अगस्त को 1080.4 किलोग्राम अधिक मछली पकड़ी गई, जबकि ज्वाली में सबसे कम 395.6 किलोग्राम मछली पकड़ी गई।
पौंग झील में कुल 15 मत्स्य सहकारी सभाएं है और 2600 के करीब मछुआरे झील में मछली पकड़ने का कार्य करते हैं।
कहाँ कितनी मछली पकड़ी गई
फिशरी सोसायटी में देहरा 1611.4 किलोग्राम, हरिपुर में 2715.2 किलोग्राम, नन्दपुर में 2631.6 किलोग्राम, नगरोटा सूरियां में 3346.4 किलोग्राम, हरसर में 942.7 किलोग्राम, ज्वाली में 395.6 किलोग्राम, गुगलाड़ा में 1186.7 किलोग्राम, सिहाल में 1103.6 किलोग्राम, धमेटा में 1385.2 किलोग्राम, खटियाड़ में 1085.3 किलोग्राम, स्थाना में 152.6 किलोग्राम, बरनाली में 625.9 किलोग्राम और स्यूल खड्ड में, डाडासीबा व जाम्बल में कुल 524.2 किलोग्राम मछली पकड़ी गई।
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