आपदा से प्रदेश में हाहाकार, मुख्यमंत्री गायब : जयराम ठाकुर
आपदा से प्रदेश में हाहाकार, मुख्यमंत्री गायब : जयराम ठाकुर
पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष ने प्रदेश सरकार पर साधा निशाना
शिमला : गायत्री गर्ग /
हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई आपदा से पूरे प्रदेश में तबाही का मंजर है। सड़कें टूट चुकी हैं, संचार व्यवस्था ठप है और हजारों लोग संकट में फंसे हुए हैं। इन हालातों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर कड़ा हमला बोला है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के अनेक हिस्सों में लोग राहत और बचाव कार्य की आस लगाए बैठे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री प्रदेश और सदन से गायब हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के दौरान जब विपक्ष ने आपदा राहत के मुद्दे पर सवाल उठाए तो सरकार ने गंभीरता से जवाब देने के बजाय राजनीतिक बयानबाजी की। इसके विरोधस्वरूप भाजपा विधायक दल ने सदन से वॉक आउट किया।
जयराम ठाकुर ने कहा, “मुख्यमंत्री का रवैया यह साबित करता है कि सरकार आपदा की गंभीरता को लेकर कितनी लापरवाह है। हिमाचल का एक बड़ा भूभाग पूरी दुनिया से कटा हुआ है। सड़क और संचार सुविधाएं ठप पड़ी हैं, लोग कई दिनों से संपर्क से बाहर हैं, लेकिन मुख्यमंत्री दूसरे प्रदेश में राजनीतिक रैलियों में शामिल हो रहे हैं।”
आपदा प्रभावित लोग भगवान भरोसे
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भाजपा विधायकों को अपने क्षेत्रों से लगातार संदेश मिल रहे हैं कि प्रभावित क्षेत्रों में सरकार का कोई अता-पता नहीं है। लोग अपने हाल पर भगवान भरोसे छोड़ दिए गए हैं। संचार सुविधा बहाल करने के लिए केंद्र सरकार ने इंटर-सर्कल रोमिंग लागू की है, लेकिन राज्य सरकार का तंत्र अपेक्षाकृत कमजोर और निष्क्रिय दिखाई दे रहा है।
जयराम ठाकुर ने बताया कि कुल्लू, चंबा, कांगड़ा और लाहौल-स्पीति में हजारों लोग सड़कों के बंद होने से फंसे हुए हैं। कई जगहों पर लोग दो-दो दिनों से गाड़ियों में ही बैठे हैं। मणिमहेश यात्रा के अंतिम चरण में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु जगह-जगह फंसे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे हालातों में सरकार की प्राथमिकता रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना होना चाहिए था।
केंद्र से हेलीकॉप्टर मांगने की जरूरत
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य सरकार को केंद्र से अधिक से अधिक हेलीकॉप्टरों की मांग करनी चाहिए थी ताकि प्रभावितों को एयरलिफ्ट कर सुरक्षित निकाला जा सके। लेकिन इसके उलट मुख्यमंत्री राहुल गांधी के साथ राजनीतिक यात्राओं में व्यस्त हैं। जयराम ठाकुर ने कटाक्ष किया कि “इतनी कठिन परिस्थिति में भी मुख्यमंत्री राजनीतिक गाड़ियों पर सवार हो रहे हैं, जबकि उन्हें वहां मंच से बोलने तक का अवसर नहीं मिलेगा। प्रदेश हितों को छोड़कर राजनीतिक कार्यक्रमों में समय गंवाना शर्मनाक है।”
“जनादेश चोरी कर वोट अधिकार यात्रा”
जयराम ठाकुर ने मुख्यमंत्री पर और भी तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि झूठी गारंटियों के नाम पर जनता का जनादेश चोरी कर सरकार बनाने वाले मुख्यमंत्री आज “वोट अधिकार यात्रा” निकाल रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब हिमाचल की जनता कांग्रेस सरकार की 10 गारंटियों का हिसाब मांग रही है, तब मुख्यमंत्री बिहार जाकर चुनाव प्रचार में कैसे व्यस्त हो सकते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने युवाओं की नौकरियां छीनीं, हजारों स्कूल बंद किए, शराब के ठेके खोले, कर्मचारियों का 13% डीए रोका, समय पर वेतन नहीं दिया और बीमारों के इलाज तक पर रोक लगा दी। विधानसभा के भीतर सरकार अपने ही नेताओं द्वारा दी गई गारंटियों को झुठला रही है और आपदा राहत का विशेष पैकेज प्रभावितों तक नहीं पहुंचा रही है।
जयराम ठाकुर ने कहा, “जब पूरा प्रदेश आपदा से जूझ रहा है, जनता सड़कों पर है, तब मुख्यमंत्री प्रदेश से बाहर जाकर कांग्रेस का प्रचार कर रहे हैं। यह प्रदेश की जनता के साथ विश्वासघात है।”
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