सराज अभी भी दर्द में डूबा है।
सराज अभी भी दर्द में डूबा है। त्रासदी ने हमारी दशकों की मेहनत को कुछ सेकंड में ही तहस–नहस कर दिया। हमारे कई लोगों को हमसे छीन लिया। ईश्वर उन्हें सद्गति दे।
इस त्रासदी ने न सिर्फ हमसे हमारे लोग और हमारे घर छीनें, हमारी जमीनें भी छीन ली। अब लोग अपना गांव खाली करने को मजबूर हैं। अब वहां फिर से बसने की गुंजाइश भी नहीं।
आदमी अपनी पूरी जिंदगी लगाकर घर बनाता है। उसके बर्बाद होने पर कितना दुःख होता है। दिल पर क्या गुजरती है यह हम जानते हैं। मैने भी सराज को संवारने में अपना जीवन लगा दिया। आज जब यह दृश्य देखते हैं तो हृदय विचलित होता है।
हम आपके साथ चट्टान की तरह खड़े हैं, आपका धैर्य, आपकी हिम्मत इस संकट की घड़ी में हमारा सबसे बड़ा सहारा है।
आगे भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है इसलिए आप सभी से आग्रह है कि अपना ध्यान रखें। पेय जल योजनाएं सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं ऐसे में पानी उबालकर ही पीएं।
संकट बड़ा है इसलिए हमें हिम्मत भी बहुत दिखानी हैं। मैं आपके साथ हर मुश्किल हालात में कदम से कदम मिलाकर चलता रहूंगा और हम फिर से सराज को सजाएंगे संवारेंगे।
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