दुर्गम रास्तों पर करीब 20 किलोमीटर का सफ़र पालकी में तय करके जिला कांगड़ा के बड़ा भंगाल से भेड़ पालक नानक चंद अब मेडिकल कॉलेज चम्बा पहुंच गया है।
दुर्गम रास्तों पर करीब 20 किलोमीटर का सफ़र पालकी में तय करके जिला कांगड़ा के बड़ा भंगाल से भेड़ पालक नानक चंद अब मेडिकल कॉलेज चम्बा पहुंच गया है।
50 वर्षीय नानक चंद को प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने भर्ती कर लिया है। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले नानक चंद अपने पशुओं को चराने के लिए ललूनी जंगल गया हुआ था। इस दौरान अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। जैसे तैसे उसे बड़ा भंगाल पहुंचाया गया और परिजनों द्वारा प्रशासन एवं सरकार के समक्ष उसे तुरंत एयरलिफ्ट करने की मांग उठाई गई। लेकिन मौसम की बेरुखी के कारण दो दिन तक उसे एयरलिफ्ट न किया जा सका। लिहाजा, उसकी बिगड़ती तबीयत के मद्देनज़र उसके परिजनों सहित स्थानीय ग्रामीणों ने उसे पालकी में बिठाकर चम्बा पहुंचाने का निर्णय लिया। इस निर्णय के बाद परिजन और ग्रामीण एकजुट होकर उसे दुर्गम रास्तों से होते हुए चम्बा की ओर निकल पड़े। करीब 20 किलोमीटर का सफ़र तय करने के बाद उसे सकुशल जिला चम्बा के सीमांत क्षेत्र दरगू गांव पहुंचाया। यहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद एंबुलेंस के माध्यम से मेडिकल कॉलेज चम्बा लाया गया। बहरहाल, नानक चंद और उसके परिजनों ने पंचायत प्रधान मनसा राम, उपप्रधान संजय कुमार, वार्ड पंच गीता राम सहित उन सभी का आभार प्रकट किया है जिन्होंने उसकी मदद के लिए विपरित परिस्थितियों के बावजूद खुद को समर्पित कर दिया।
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