जिला में आवारा कुत्तों पर नकेल कसने की तैयारी’ उदयपुर में स्थापित किया जाएगा एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर- उपायुक्त लाहौल स्पीति किरण भड़ाना
जिला में आवारा कुत्तों पर नकेल कसने की तैयारी’ उदयपुर में स्थापित किया जाएगा एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर- उपायुक्त लाहौल स्पीति किरण भड़ाना
केलांग : ओम बौद्ध /
जिला लाहौल स्पीति में बढ़ती कुत्तों की समस्या पर नियंत्रण स्थापित करने और व्यापक समाधान के लिए कार्य योजना तैयार करने को लेकर आज उपायुक्त लाहौल स्पीती किरण भड़ाना की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला की लाहौल उपमण्ड़ल की सभी पंचायतों के पंचायत सचिवों सहित पशुपालन, स्वास्थ्य और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
उपायुक्त ने बैठक में कहा कि जिला के शहरी क्षेत्रों और विभिन्न पंचायत क्षेत्रों में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या जनसुरक्षा, स्वच्छता के लिए गंभीर चुनौती बन रही है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में जिला प्रशासन त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित करेगा।
उपायुक्त ने जिला के उदयपुर उपमण्डल में एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए और कहा कि इस केंद्र के माध्यम से कुत्तों की आबादी को वैज्ञानिक और मानवीय तरीके से नियंत्रित किया जा सकें, इस पर पशुपालन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस संदर्भ में एक प्रस्ताव विभाग के उच्च अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है और उदयपुर उपमण्डल में विभाग ने एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर स्थापित करने के लिए भूमि चिन्हित कर ली है। उन्होंने कहा कि एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर स्थापित होने से बेसहारा कुत्तों की संख्या पर नियंत्रण होने के साथ-साथ मनुष्य और जानवरों के बीच होने वाले संघर्ष में कमी आएगी तथा रेबीज समेत अन्य बीमारियों के प्रसार को रोकने में भी सहायता मिलेगी। उन्होंने कहा कि एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर की स्थापना स्वीकृति मिलते ही प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी।
उन्होंने पशुपालक विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिला के जिन क्षेत्रों में डॉग बाइट की घटनाएँ अधिक होती हैं उन्हें चिन्हित की जाए और इन क्षे़त्रों में पंचायत प्रतिनिधियों के साथ समन्वय स्थापित कर डॉग स्टरलाइजेशन पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने पशुपालन विभाग को जिला में बंद हुए स्कूलों के भवनों का कुतों की नसबंदी के पश्चात अस्थाई तौर पर डॉग शैल्टर के रूप में प्रयोग करने के लिए चिन्हित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि डॉग शैल्टर में जबतक कुतों को रखा जाए उन दिनों में कुतों के भोजन की व्यवस्था पंचायत करेगी।
उन्होंने विभिन्न विभाग के अधिकारियों को जिला की सभी पाठशालाओं में जाकर के विद्यार्थियों को कुतों से बचाव व सुरक्षा करने के उपाय व तरीकों के बारे में जानकारी प्रदान करने के निर्देश दिए ताकि विद्यार्थी कुतों से अपना बचाव करना सीख सकें। उन्होंने अभिभावकों से आहवान किया है कि वह बच्चों को ऐसे कपड़े पहनाकर रखें ताकि उनका पूरा शरीर ढ़का रहे।
उन्होंने पथ परिवहन निगम के अधिकारियों को विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण से समन्वय स्थापित कर बस अडडों पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए निर्देश दिए कि ताकि आवारा कुतों को बस स्टैंड पर खाने की सामग्री ना मिले।
उन्होंने जिला में शिक्षा विभाग को सभी पाठशालाओं, स्वास्थय विभाग के सभी स्वास्थ्य संस्थानों, युवा सेवाएँ एवं खेल विभाग के सभी परिसरों, पथ परिवहन निगम को सभी बस अडडों को चार दिवारी लगाने के निर्देश दिए तथा यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि इन विभागों के संस्थानों के परिसरों में सहित आवारा कुते ना हों और स्वच्छता बनाए रखने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए।


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