मौत के बेहद करीब जाकर पी जी आई में चले महंगे एवं लम्बे उपचार के उपरांत अक्षित की दर्द भरी पुकार - Smachar

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मौत के बेहद करीब जाकर पी जी आई में चले महंगे एवं लम्बे उपचार के उपरांत अक्षित की दर्द भरी पुकार

मौत के बेहद करीब जाकर पी जी आई में चले महंगे एवं लम्बे उपचार के उपरांत अक्षित की दर्द भरी पुकार 


पालमपुर : केवल कृष्ण शर्मा / पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत नगर निगम पालमपुर के वार्ड खलेट ( रोडी ) के नौजवान अक्षित की दर्द भरी पुकार को सुनकर समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने उन सभी दानवीरों से आग्रह किया है जो कि हर सुख दुख में ज़रुरत मन्दो की मदद करते है । ऎसे में वे अक्षित की भी बढचढ कर मदद करें । स्वयं सेवी संस्था इन्साफ के अध्यक्ष ने कहा है कि एक मीडिया चैनल में जिस ढंग से अपनी दर्द भरी दुर्घटना का अक्षित ने ज़िक्र किया है वह दिल को दहला देने वाली है। एल एल वी की शिक्षा ग्रहण कर रहे किस तरह सडक के किनारे में बाईक पर सवार अक्षित की टांगों के ऊपर ट्राला चढ गया परिणामस्वरूप एक टांग शरीर से अलग हो गई जव कि दूसरी के चिथडे हो गये । इस तरह बेहद नाजुक हालत में तडफते , विलखते लहूलुहान लाचार अक्षित को कोई उठाने बाला नहीं जबकि सडक में अनेकों छोटे । वाहनों वाले मुँह फेर कर निकलते रहे । अन्तत: एक राहगीर नौजवान वहीं रुका उसने अक्षित की व्यथा ,वेदना व पीड़ा को देखकर कटी टांग व अक्षित को उठाया ओर नजदीक के एक निजी होस्पीटल में ले गया जहां प्रथम उपचार देने से पहले ही कह दिया गया कि यह कुछ ही घण्टों का मेहमान हैं । लेकिन गम्भीर रुप से घायल न अक्षित ने ओर न ही होस्पीटल पहुंचाने वाले इस नौजवान ने न हार मानी ओर न ही हिम्मत हारी अन्ततोगत्वा इसे पी जी आई चण्डीगढ़ पहुँचा दिया गया । जहां बिना देरी के एकदम उपचार शुरु हुआ । इस तरह जाको राखे साईंयां मार सके न कोई । नतीजतन जिस तरह अन्धे को लाठी का सहारा की कहावत चरितार्थ होती है उसी तरह अक्षित का सहारा बने इस नौजवान ने किस तरह एक नौजवान की अनमोल जान बचाई काविले तारीफ है। संस्था मानवता की मिसाल बने इस नौजवान को पंजाब व हिमाचल सरकार द्वारा मानवीय पुरस्कार से सम्मानित करने की भी मांग करेगी । अव अक्षित की इस खोफनाक भयानक हादसे में दोनों टांगे कट चुकी हैं इस तरह जिन्दगी ओर मोत का झुला झुलने के उपरांत अक्षित की पुकार अव यह फिर रेंगना नहीं चलना चाहता है। ऎसे में चिकित्सकों का दावा है अक्षित फिर चल फिर सक्रिय है लेकिन नकली टाँगे बहुत महंगी है अगर दानवीर मदद करें तो मै इकलौता मां बाप का बेटा जो मुझे देखकर घुट घुट कर रोते हैं इनका जगता चिराग व सहारा बनकर इनके सपनों को पूरा करूंगा ।

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