कौन है बिहार की बेटी फलक जिनकी 'चम्पारण मटन' ऑस्कर की रेस में पहुंची? तस्वीरें देखिये
कौन है बिहार की बेटी फलक जिनकी 'चम्पारण मटन' ऑस्कर की रेस में पहुंची? तस्वीरें देखिये
फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वालों का सबसे बड़ा सपना होता है ऑस्कर अवार्ड जीतना. लेकिन, यह भी सत्य है कि ये हर किसी के किस्मत में नहीं होती. भारत के कुछ चुनिंदा अभिनेता या इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का ही इ अवार्ड से नाम जुड़ा है. इसी कड़ी की एक लड़ी बिहार से भी जुड़ गई है जिसपर हर बिहारी को गर्व अनुभव हो रहा है. मुजफ्फरपुर की बेटी फलक खान इसको लेकर चर्चा में हैंऑस्कर अवार्ड से नाम जुड़ना भी अपने आप में बड़ी उपलब्धि मानी जाती है, ऐसे में बिहार के मुजफ्फरपुर की बेटी फलक खान अभिनीत फिल्म 'चम्पारण मटन' ऑस्कर की दौड़ में शामिल होना चर्चा का विषय बना हुआ है. फिल्म ऑस्कर के स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड 2023 के सेमीफाइनल राउंड में पहुंच गई है.
स्टूडेंट एकेडमी अवार्ड चार अलग-अलग श्रेणियों में दिया जाता है. फलक खान की फिल्म नैरेटिव कैटेगरी में सेमीफाइनल में चुनी गई 16 फिल्मों से मुकाबला करेगी, इस श्रेणी में अर्जेटिना, जर्मनी, बेल्जियम जैसे देशों की फिल्में चुनी गई हैं . 'चंपारण मटन' नैरेटिव समेत अन्य तीन श्रेणियों में शामिल भारत की एकमात्र फिल्म है.
इस बार इस अवार्ड के लिए दुनियाभर के फिल्म प्रशिक्षण संस्थानों की 1700 से अधिक फिल्मों का नामांकन हुआ था, जिसमें 'चम्पारण मटन' भी शामिल है. इसका निर्देशन फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, पुणे के रंजन कुमार ने किया है. महज आधे घंटे की फिल्म 'चम्पारण मटन' बिहार के लोगों की अपने रिश्तों के प्रति ईमानदारी और किसी भी हाल में हार न मानने की कहानी है.
इस फिल्म कि कहानी लॉकडाउन के बाद नौकरी छूट जाने पर गांव लौटने और पत्नी की इच्छा पूरी करने की कोशिश में लगे एक परिवार के इर्द-गिर्द बुना गया है. कहानी की संवेदनशीलता हर किसी के दिल को छू रही है.
फलक मुजफ्फरपुर के मुजफ्फरपुर इंजीनियरिंग कॉलेज एमआईटी से इंजीनियरिंग करने के बाद मुंबई गई और वहां पर उसने एमबीए की पढ़ाई पूरी की जहां से उसे फिल्म में काम करने और फिल्म बनाने का शौक हुआ तो उसने अपने परिवार वालों को यह बात बताई. फलक की ख्वाहिश पूरी करने के लिए परिवार वालों ने पूरा सहयोग
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