मैं परिवार की परेशानी में रहा हूं, अब ना काहू से दोस्ती ना किसी से बैर : उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री
शिमला : मुख्यमंत्री के साथ खड़े रहकर मैंने सरकार बचाई। मैं प्रदेश हित में काम कर रहा हूं। सत्ता और विपक्ष के विधायकों को बुलाकर काम पूछता हूं। मुकेश ने कहा कि मुझे जिंदगी में अब कुछ नहीं चाहिए। मुझमें द्वेष भावना नहीं है। भाजपा के साथ राजनीतिक विरोध है लेकिन, हम दुश्मन नहीं हैं।
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि मैं परिवार की परेशानी में रहा हूं, अब ना काहू से दोस्ती ना किसी से बैर है। भाजपा विधायक सतपाल सत्ती की बयानबाजी पर विधानसभा सदन में भावुक हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष ने सरकार तोड़ने का प्रयास किया।
हरोली विधानसभा क्षेत्र बार्डर पर है। बाहर के लोग आने की कोशिश करेंगे तो रास्ता तो इधर से ही है। इसके लिए हम कैमरे लगा रहे हैं। पूरे प्रदेश में चिट्टा है। सरकार और राज्यपाल भी इसके लिए गंभीर हैं। जितनी भी माइनिंग हो रही है। यह सब ऊना की तरफ हो रहा है। गुंडागर्दी के जो तत्व हैं, ये भी उनकी ही तरफ हैं। चिट्टे में कोई भी सिफारिश या एसपी को फोन न करे। अपना आदमी भी फंस जाता है तो भी न बचाएं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि ये मुझे ताकत विहीन और रबड़ स्टंप कहते हैं। ऐसा कुछ नहीं है।
प्रदेश की वित्तीय स्थिति पर नियम 130 के तहत चर्चा में भाग लेते हुए भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति बिगड़ रही है। जो ताकतवर होता है, वह सत्ता को अपने हिसाब से चलाता है। हमें धोती चाहिए, पर ये टोपी दे रहे हैं। उपमुख्यमंत्री को संबोधित करते हुए सत्ती ने कहा कि आप ये साबित मत होने दो कि उपमुख्यमंत्री कुछ नहीं होता है। जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ती का कोई भी भाषण मेरे बिना पूरा नहीं होता। पंजावर के दो कमरों के विश्राम गृह पर इनको एतराज नहीं होना चाहिए। अगर हमारे यहां डिवीजन खुलते हैं तो यह हमारे लोगों के लिए उपलब्धि है।
सुक्खू ने कहा कि हमीरपुर मेडिकल कॉलेज हमारी मेहनत से मिला है। मैं जम्मू-कश्मीर में जब पार्टी का काम देखता था, तब तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद से हमीरपुर के मेडिकल कॉलेज मंजूर करवाया था। मुख्यमंत्री ने कहा कि एम्स भी मनमोहन सरकार के समय मिला। तत्कालीन वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने आईआईटी मंडी और केंद्रीय विवि मंजूर किया था।
उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोई सिफारिश नहीं सुनी जाएगी। उन्होंने कहा कि कुछ पुलिस अफसर ऐसे भी हैं, जो अवैध खनन करने वालों को कार्रवाई से पहले फोन कर सतर्क कर रहे हैं। इनकी कार्यप्रणाली ठीक नहीं है। कुछ क्षेत्रों में बिना नंबर प्लेट के जेसीबी और ट्रैक्टर भी चल रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं