संस्कृत दिवस का आयोजन
संस्कृत दिवस का आयोजन
आज दिनांक 23 अगस्त, 2024 को राजकीय अध्यापक शिक्षा महाविद्यालय, धर्मशाला में संस्कृत दिवस के समापन अवसर पर संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें प्राचार्या प्रो. आरती वर्मा ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। कार्यक्रम के पहले भाग में महाविद्यालय में आयोजित की गई संस्कृत वस्तु प्रदर्शनी विशेष आकर्षण का केन्द्र बनी रही, जिसका समस्त प्रशिक्षुओं ने बड़ी उत्सुकता के साथ अवलोकन किया। वहीं कार्यक्रम के दूसरे भाग में प्रशिक्षुओं ने एक से बढ़कर एक रंगारंग साँस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें सरस्वती वन्दना, स्वागत गीत, मंगलपाठ, सामूहिक संस्कृत गीत, स्तोत्रपाठ, सुभाषित कथन एवं संस्कृत नाटी उल्लेखनीय रहे। दीप प्रज्वलित कर सरस्वती वन्दना के साथ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। डॉ. प्रियंका ने स्वागत अभिभाषण प्रस्तुत कर गणमान्यों का अभिवादन किया।
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे डॉ. केशव कौशल ने प्रशिक्षुओं को संस्कृत भाषा की महता से अवगत करवाते हुए बताया कि हमें अपने जीवन में संस्कृत को अवश्य अपनाना चाहिए और ऋषि-मुनियों के बताए मार्ग पर चलना चाहिए। तभी आज के दौर में हम एक सुव्यवस्थित जीवन यापन कर सकते हैं। वहीं कार्यक्रम की मुख्यातिथि प्रो. आरती वर्मा ने भी जीवनचर्या को संस्कृतमय बनाने पर प्रकाश डाला और बताया कि प्रकृति के सभी सिद्धान्तों का वर्णन संस्कृत वाङ्मय में पाया जाता है। अतः जीवन में सफल होने के लिए हमें प्रकृति के अनुरूप ही जीवन यापन करना होगा। कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ. चारू शर्मा ने मन्त्रों के महत्त्व को बताते हुए कहा कि मन्त्रों में दिव्य शक्ति का वास रहता है। इनके शुद्धोच्चारण से हमें आत्मिक शान्ति मिलती है और आध्यात्मिक मार्ग की ओर अग्रसर होते हैं। डॉ. मनोज कुमार द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया। अन्त में कार्यक्रम के सफल आयोजन पर डॉ. अतुल आचार्य ने समस्त महाविद्यालय परिवार का धन्यवाद सहित आभार प्रकट किया। इस दौरान प्रशिक्षुओं सहित महाविद्यालय का समस्त शिक्षक एवं गैर शिक्षक वर्ग भी उपस्थित रहा।
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