झुंझुनू जिले में दो शहीदों को नम आंखों से दी अंतिम विदाई,अमर रहे के नारों से गूंजा झुंझुनू जिला - Smachar

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झुंझुनू जिले में दो शहीदों को नम आंखों से दी अंतिम विदाई,अमर रहे के नारों से गूंजा झुंझुनू जिला

04 साल का बेटा विहान मेरे पापा कब आएंगे बाबा

झुंझुनू जिले में दो शहीदों को नम आंखों से दी अंतिम विदाई,अमर रहे के नारों से गूंजा झुंझुनू जिला 

राजस्थान के झुंझुनू जिले में बुधवार को लोगों ने एक साथ दो गांवों में शहीदों का अंतिम संस्कार किया । इस अंतिम विदाई में हर किसी की आंखें नम थी।

झुंझुनू जिले के एक शहीद जवान अजय सिंह को अंतिम विदाई दी गई। उनकी शादी महज 3 साल पहले हुई थी। वे 2018 में ही सेना में भर्ती हुए थे और 2024 में उनकी जान आतंकी हमले में चली गई। उनके परिवार की अधिकतर लोग सेना में है। कुछ शहीद हो गए हैं, कुछ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। आज जब अजय सिंह की पार्थिव देह उनके गांव पहुंची तो पिता देखकर बिलख पड़े। मां बेहोश हो गई, बहन ने भी दम तोड़ दिया।‌ दोनों को अस्पताल ले जाया गया। आर्मी के अधिकारियों और स्थानीय नेताओं एवं प्रशासनिक अफसर ने मिलकर अजय सिंह को अंतिम विदाई दी। शहीद अजय सिंह अमर रहे के नारों से पूरा गांव गूंज गया।

तो वहीं दूसरी तरफ झुंझुनू जिले के ही शहीद विजेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार भी हुआ इससे पूर्व जो गांव में की प्रथाओं का पालन करते हुए। विजेंद्र के छोटे भाई दशरथ ने भाभी को भाई की अर्थी पर ले जाकर वही चूड़ियां उतरवाईं। 04 साल का बेटा विहान मेरे पापा कब आएंगे बाबा , अपने दादा से पूछ रहा था। बेटे ने शहीद विजेंद्र सिंह को मुखाग्नि दी। विजेंद्र 2018 में सेना में भर्ती हुए थे, 2024 में उनका करियर और जीवन दोनों खत्म हो गया है।‌ परिवार का कहना था बेटा छुट्टी लेकर आ रहा था , लेकिन सुरक्षा के लिए उसकी छुट्टियां टाल दी, अगर वह हमसे मिलने आ जाता तो उसकी जान बच जाती। शाहीद विजेंद्र सिंह झुंझुनू जिले के सिंघाना थाना इलाके में स्थित डूमोली गांव के रहने वाले थे। 

सेना के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी। अंतिम संस्कार के दौरान जो तस्वीरें सामने आई। वह हर किसी को रूला रही थी। क्योंकि दोनों ही शहीदों की उम्र काफी कम थी। उनकी हालही शादी हुई थी।पूरे गांव में उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई थी। इस दौरान विजेंद्र सिंह अमर रहे के नारे लगाए गए।

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