"बाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम" के अन्तर्गत 93 . 57 करोड़ रूपये लागत की 79 परियोजनाएं स्वीकृत: राजीव भारद्वाज - Smachar

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"बाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम" के अन्तर्गत 93 . 57 करोड़ रूपये लागत की 79 परियोजनाएं स्वीकृत: राजीव भारद्वाज

"बाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम" के अन्तर्गत 93 . 57 करोड़ रूपये लागत की 79 परियोजनाएं स्वीकृत: राजीव भारद्वाज

दिल्ली समाचार

दिल्ली(ब्यूरो):-  लोक सभा सदस्य डॉक्टर राजीव भारद्वाज ने बताया की केन्द्रीय  गृह  मन्त्रालय द्वारा "बाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम" के अन्तर्गत हिमाचल प्रदेश के चयनित गाँवों के लिए 93 . 57 करोड़ रूपये लागत की 79 परियोजनाएं स्वीकृत की गई हैं। यह जानकारी केन्द्रीय गृह राज्य मन्त्री नित्य नन्द राय से प्राप्त हुई।

उन्होंने बताया की "बाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम"  के अन्तर्गत इन गाँवों में पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर ,स्किल डेवलपमेंट , उद्यम, सहकारी समितियों के बिकास, कृषि, बागबानी और औषधीय पौधों /हर्ब्स के माध्यम से  रोजगार के साधन सृजन करने की  योजना शुरू की गई है।

उन्होंने बताया की "बाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम" के अन्तर्गत गाँवों को सड़क सुविधा प्रदान करने, गाँवों में ढांचागत विकास, ऊर्जा, नवीन ऊर्जा, दूरसंचार सुविधा आदि विकसित की जा रही है।

उन्होंने बताया की केन्द्र सरकार ने उत्तरी सीमा के चार राज्यों और एक केन्द्र शासित राज्य के 19 जिलों के  46  बिकास खण्डों के  चयनित  गाँवों के  समग्र बिकास के लिए 15 फरबरी 2023 को  "बाईब्रेंट विलेज कार्यक्रम"  शुरू किया है।

केंद्रीय रेलवे मन्त्री श्री अश्वनी वैष्णव ने लोक सभा सदस्य डॉक्टर राजीव भारद्वाज को संसद में बताया की देश में  1337  रेलवे स्टेशनो को अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत चुना गया हैं। उन्होंने बताया की सभी रेलवे स्टेशनों को दिव्यांग जनों को सहज बनाने के लिए "सुगम्य भारत मिशन" के अंतर्गत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। जिसके अन्तर्गत एंट्रैन्स रैंप, पार्किंग सुविधा, कम ऊंचाई के टिकट काउंटर / सहायता बूथ, टॉयलेट,पीने के पानी के सुविधा, सब वे, रैंप / लिफ्ट की सुविधा के साथ  फुट ओवर ब्रिज, ब्रैले में साइन और स्पर्शी रास्ते बनाये गए हैं।

उन्होंने बताया की अमृत भारत स्टेशन योजना के अन्तर्गत रेलवे स्टेशनों को दीर्घ कालीन तौर पर निरन्तर रूप में विकसित किया जाता है। जिसके अन्तर्गत मास्टर प्लान तैयार करके रेलवे स्टेशनों, सर्क्युलेटिंग एरिया, वेटिंग हॉल, टॉयलेट, लिफ्ट्स, एग्जीक्यूटिव लाउन्ज आदि आधुनिक सुविधाओं को चरण बद्ध तरीके से विकसित किया जाता है।

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