डेंगू बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है :--डा गौरव शर्मा - Smachar

Header Ads

Breaking News

डेंगू बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है :--डा गौरव शर्मा

 डेंगू बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है :--डा गौरव शर्मा


   मानसून शुरू होने के बाद डेंगू के मामले सामने आने लगते हैं। दरअसल, डेंगू का लार्वा साफ पानी में ही पनपता है, ऐसे में अगर आप लापरवाही बरतेंगे तो डेंगू फैलने का खतरा बढ़ जाता है:-डा गौरव शर्मा

बटाला  (अविनाश शर्मा, संजीव नैयर) निजी हॉस्पिटल में सेवा निभा रहे डॉक्टर गौरव शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आज दुनिया भर में डेंगू एक गंभीर बीमारी बनकर उभरी है। इस जानलेवा बीमारी से हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। हमारे देश में हर साल बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी से प्रभावित होते हैं, इसीलिए लोगों को डेंगू बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है।< /p>

 मनाया जाता है। मलेरिया की तरह डेंगू बुखार भी मच्छर के काटने से फैलता है। इन मच्छरों को 'एडीज़ मच्छर' कहा जाता है जो बहुत ही ढीठ और 'साहसी' मच्छर होते हैं और दिन में भी काटते हैं। डेंगू के मच्छर के काटने से मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं। अगर प्लेटलेट्स बहुत कम हो जाएं तो मरीज की मौत भी हो सकती है। मानसून शुरू होने के बाद डेंगू के मामले सामने आने लगते हैं। दरअसल, डेंगू का लार्वा साफ पानी में ही पनपता है, ऐसे में अगर आप लापरवाही बरतेंगे तो डेंगू फैलने का खतरा बढ़ जाता है।

 जुलाई से अक्टूबर का महीना डेंगू के लार्वा के विकास के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दरअसल, इस दौरान बारिश के कारण पानी रुकने की संभावना रहती है.

 उपचार एवं रोकथाम:---

 अपने घर के आसपास खड़े पानी और संभावित प्रजनन स्थलों को हटा दें। खिड़कियों और दरवाजों पर जाली का प्रयोग करें, सोते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनें।

 व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें.

 पानी की टंकी को ढककर रखें। फूलदानों और कूलरों का पानी साप्ताहिक अंतराल पर बदलें।

 नालियों को साफ रखें और अपशिष्ट पदार्थों का उचित निपटान करें।

 डेंगू बुखार: लक्षण:--

 तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, मतली, उल्टी, आंखों के पीछे दर्द, ग्रंथियों में सूजन हो सकती है । डॉ गौरव शर्मा ने कहा कि अगर उपरोक्त लक्षणों में कोई भी आपको लग रहा है तो तुरंत अपने नजदीक क्वालिफाइड डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए ।

कोई टिप्पणी नहीं