दो सगी बहनों को मानव तस्करी मामले में मेडिकल स्टोर संचालक ने बचाया, गिरोह अगवा कर बेचने की फिराक में था
दो सगी बहनों को मानव तस्करी मामले में मेडिकल स्टोर संचालक ने बचाया, गिरोह अगवा कर बेचने की फिराक में था
मेडिकल संचालक की सूचना पर चाइल्ड हेल्प लाइन टीम और भालेरी पुलिस ने दोनों नाबालिग बहनों को रेसक्यू किया. चाइल्ड हैल्प लाइन टीम के द्वारा दोनों मेडिकल मुआयना करवा कर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया।
राजस्थान हनुमानगढ़ जिले के चुरु में दो सगी बहनों को अगवा कर सरदारशहर के गांव काकलासर में बेचने की फिराक में था,लेकिन इससे पहले ही मेडिकल स्टोर संचालक की सजगता से दोनों बहनों को बचा लिया गया।
चाइल्ड हेल्प लाइन डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेटर पन्ने सिंह ने बताया की काउंसलिंग में नाबालिग ने बताया कि वह हनुमानगढ़ के एक कॉलोनी की रहने वाली है. उसके माता पिता का तलाक हो चुका है.वह अपनी मां के साथ रहती है।
सोमवार सुबह दस बजे दोनों ट्रेन से अमृतसर घूमने के लिए रवाना हुई थी. जहां हनुमानगढ़ रेल्वे स्टेशन पर उनकी परिचित अन्नू मिली. जिसने भी उन्हें कहा कि वह भी अमृतसर जा रही है.तीनों ट्रेन में बैठ गये. ट्रेन में उनकी मुलाकात शारदा आंटी से हुई. जिन्होंने मना करने के बाद भी केक खिलाया. जिससे दोनों बहने बेहोश हो गयी.
उसके बाद जब उनको होश आया तो वह चूरू जिले के काकलासर गांव में थी. बातचीत से पता चला कि शारदा आंटी के साथ निर्मला, सतपाल, पप्पू और अन्य महिला भी थी. इसके अलावा अन्नू भी वहां मौजूद थी. वे दोनों बहनों को बेचने की बात कर रहे थे. किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए छोटी बहन ने पेट दर्द का बहाना बनाया.जिस पर पांचों लोग उसको मेडिकल स्टोर लेकर गये।यहां उसने अपने मोबाइल पर मदद मांगने का मैसेज मेडिकल स्टोर संचालक को दिखाया. खतरे को भांपते हुए स्टोर संचालक ने इसकी सूचना कंट्रोल रूम व चाइल्ड हेल्प लाइन टीम को सूचना दी. जिसके बाद भालेरी पुलिस और चाइल्ड हेल्प लाइन टीम मौके पर पहुंची. इस दौरान अंधेरे का फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गए।
इधर उधर तलाश के बाद दोनों नाबालिग बहनों को रेसक्यू कर भालेरी थाने लाया गया. जहां से चाइल्ड हेल्प लाइन टीम ने उन्हें सखी सेंटर पहुंचाया. चाइल्ड हेल्पलाइन की काउंसलर वर्षा कंवर ने बताया- काउंसलिंग में सामने आया की गिरोह के लोगों की बात सुनकर छोटी बहन ने पेट दर्द का बहाना कर बेहोश होने का नाटक किया।
इसके बाद ढाणी में मौजूद लोग दोनों बहनों को मेडिकल स्टोर पर लेकर गए. जहां छोटी बहन ने झूठ बोलते हुए कहा कि मेरे हार्ट में छेद है. इसका इंजेक्शन केवल जयपुर में मिलता है. इसी दौरान छोटी बहन ने मोबाइल पर दवाई दिखाने के बहाने मेडिकल स्टोर संचालक को मदद करने का मैसेज दिखाया।इसके बाद स्टोर संचालक ने कुछ देर उन लोगों को मेडिकल स्टोर पर ही रोके रखा. दोनों बहनों ने बताया कि उनके माता-पिता का तलाक हो चुका है. वह तीन भाई बहन हैं, जो अपनी मां के साथ रहते हैं. उनके पिता अलग दूसरी कॉलोनी में रहते हैं. एक नाबालिग की उम्र 17 वर्ष और दूसरी की उम्र 13 वर्ष है।
बड़ी 10वीं क्लास और छोटी 7 क्लास में है. चूरू एसपी जय यादव ने बताया- रात को सूचना मिलने पर भालेरी पुलिस और हेल्पलाइन टीम ने दोनों बहनों को काकलासर गांव से रेस्क्यू किया.पुलिस दोनों को लेकर रात करीब 2 बजे चूरू पहुंची।भालेरी पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है. दोनों नाबालिग बहनों के बयान लेकर आगे की कार्रवाई की जाएगी.मंगलवार को दोनों मेडिकल मुआयना कर काउसंलिंग की गयी तो सामने आया कि मानव तस्कर दोनों को बेचने की फिराक में था।
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