श्री शिव दुर्गा मन्दिर प्रेम नगर दारा स्लाम में निर्जला एकादशी के उपलक्ष में पानी की छबील लगाई गई
श्री शिव दुर्गा मन्दिर प्रेम नगर दारा स्लाम में निर्जला एकादशी के उपलक्ष में पानी की छबील लगाई गई
जो मनुष्य साल की एकादशियों का व्रत नहीं रख सकता वह इस पुण्यशाली निर्जला एकादशी का व्रत रखें :--पंडित शंभू शर्मा
बटाला (अविनाश शर्मा, संजीव नैयर)आज श्री शिव दुर्गा मन्दिर प्रेम नगर दारा स्लाम में निर्जला एकादशी के उपलक्ष में पानी की छबील लगाई गई। निर्जळा एकादशी का महत्व शास्त्रों में वर्णित है । पण्डित शम्भू प्रसाद शर्मा ने बताया कि जो मनुष्य साल की एकादशियों का व्रत नहीं रख सकता वह इस पुण्यशाली निर्जला एकादशी का व्रत रखें इसी व्रत को पाण्डवों में भीमसेन ने भी रखा था इसलिये इसका नाम पाण्डव एकादशी भी है, इस व्रत के प्रभाव से सभी प्रकार के पाप नाश हो जाते हैं और अन्त में मोक्ष की प्राप्ति होती है।इस व्रत का प्रारम्भ सूर्योदय से होता है और अगले दिन (द्वादशी को सूर्योदय तक रहता है , तत्पश्चात द्वादशी के दिन इसका पारण करना चाहिये। इस व्रत को रखने से शारीरिक कष्ट, बीमारी इत्यादि दूर होती हैं तथा मां लक्ष्मी प्रसन्न होकर धन ,वैभव को प्रदान करती है। इस व्रत को गर्भवती
महिलायें, बीमार व्यक्ति एव बच्चे न रखें और मनोभाव से यदि व्रत किया जाय तो दवाई इत्यादि लेने में कोई दोष नहीं है। प्रभू श्री हरि का ध्यान और पूजन करें और जीवन को सफल बनाये। निर्जला एकादशी के दिन दान करने का भी विशेष महत्व है । निर्जला एकादशी के दिन दान के साथ-साथ जल का दान भी करें और रहागीरों से लेकर पशु पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था करें । जल का दान करने से विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। इस मौके पर मन्दिर प्रधान पवन भाटिया,
वेद प्रकाश शर्मा,
अशोक महाजन, मनोज अरोडा,, विजय कुमार अविनाश शर्मा, केवल कृष्णअबरोल,
राजकुमार (काळी), अर्जुन शमी, कृष्णा
शमी एवं रोहण अबरोल आदि उपस्थित थे।
तत्पश्चात महिला संकीर्तन मण्डली द्वारा रात्रि जागरण किया गया
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