कांग्रेस ने पांच लाख नौकरियां का किया था वादा,पांच लाख नौकरियां न सही,पांच लाख बोतल जहर दे दो - Smachar

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कांग्रेस ने पांच लाख नौकरियां का किया था वादा,पांच लाख नौकरियां न सही,पांच लाख बोतल जहर दे दो

कांग्रेस ने पांच लाख नौकरियां का किया था वादा,पांच लाख नौकरियां न सही,पांच लाख बोतल जहर दे दो


शिमला : गायत्री गर्ग / सोमवार को पोस्ट कोड 962, 971 और 977 के अभ्यर्थी हिमाचल प्रदेश सचिवालय के बाहर जुटे. यह सभी अभ्यर्थी मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात करने के लिए पहुंचे थे. अभ्यर्थियों का तांता देख मीडिया भी मौके पर पहुंचा. युवाओं ने मीडिया के जरिए सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की. इस दौरान कई अभ्यर्थी बात करते-करते संयम भी खो बैठे. कई युवाओं ने रोते-बिलखते मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से परीक्षा परिणाम घोषित करने की मांग उठाई. पोस्ट कोड 962 के अभ्यर्थी निखिल शर्मा ने तो सरकार से जॉइनिंग या जहर देने की बात कही. निखिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में आने से पहले पांच लाख नौकरियां देने का वादा किया था. अब पांच लाख नौकरियां न सही, लेकिन युवाओं को पांच लाख बोतल जहर ही दे दिया जाए।

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अभ्यर्थियों का कहना है कि हिमाचल सरकार को यह फैसला लेना चाहिए कि क्या वह युवाओं के साथ है भी या नहीं? गौरतलब है कि पूर्व जयराम सरकार के वक्त भी युवाओं का गुस्सा इसी तरह फूटता रहा. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही. युवाओं को उम्मीद थी कि नई सरकार नई राहें लेकर आएगी, लेकिन युवाओं के हालात तो बदले ही नहीं. करीब आठ महीने के लंबे इंतजार के बाद भी युवाओं को जॉइनिंग नहीं मिल पा रही है. युवाओं का तर्क है कि जिन मामलों में कोई कोर्ट केस नहीं है, उनके परीक्षा परिणाम घोषित किए जाने चाहिए. विजिलेंस जांच के तहत आई परीक्षाओं के परिणाम सशर्त घोषित किए जाते रहे हैं. सरकार को सभी युवाओं को प्रोविजनल जॉइनिंग दे देनी चाहिए. ऐसा केंद्र सरकार भी करती आ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के साथ धोखा न करे और अपने वादे के मुताबिक जल्द से जल्द परिणाम घोषित करे. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बीते दो महीने में कई बार परीक्षा परिणाम घोषित करने की बात कर चुके हैं, लेकिन वादा है कि पूरा ही नहीं होता।

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि सरकार को आए हुए अभी महज सात महीने हुए हैं और स्थिति खराब हो गई है. जिन युवाओं को सचिवालय में बैठकर प्रदेश की सेवा करनी थी, वे उसी सचिवालय के बाहर बैठकर रो रहे हैं और अपने लिए जहर मांग रहे हैं. यह बहुत शर्मनाक स्थिति है. यह वही मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने युवाओं को पांच लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया था. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मैंने हाल ही में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निवेदन किया है कि वह हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग के लंबित परीक्षा परिणामों को जारी कर दें. परीक्षा परिणामों के लंबित होने से हजारों युवाओं का भविष्य अधर में लटका हुआ है।

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