बटाला में बाबा बंदा सिंह बहादुर का स्मारक बनाने का प्रयास किया जाएगा : गिल
बटाला में बाबा बंदा सिंह बहादुर का स्मारक बनाने का प्रयास किया जाएगा : गिल
पहले सिख बादशाह बंदा सिंह बहादुर ने बटाला में मुगलों के खिलाफ युद्ध लड़ा था
( बटाला : अविनाश शर्मा, संजीव नैयर, चरण सिंह )
हिमालय परिवार संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं लोकसभा क्षेत्र गुरदासपुर के वरिष्ठ नेता परमजीत सिंह गिल ने कहा कि प्रथम सिख बादशाह बाबा बंदा सिंह बहादुर ने बटाला में युद्ध के दौरान मुगलों को खदेड़ने के लिए मोर्चा संभाला था। बटाला से मुगलों का अधिकार समाप्त करके सिख राज्य का झंडा फहराया गया लेकिन किसी भी सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, अब वे समाज के विभिन्न वर्ग के लोगों को साथ लेकर बटाला में बाबा बंदा सिंह बहादुर की यादगार बनाने का प्रयास करेंगे।
उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर ने 18वीं शताब्दी की शुरुआत में बटाला में मुगलों के खिलाफ युद्ध लड़ा था और ऐतिहासिक संदर्भों के अनुसार, स्थानीय खंडखोला क्षेत्र इसका प्रमाण है। यहीं नहीं बटाला से 13 किमी दूर मिर्जा जान गांव में एक किला बनाया गया, जिसमें बाबा बंदा सिंह बहादुर के नेतृत्व में खालसा सेनाओं ने मुगल सेनाओं का बहादुरी से सामना किया।
उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर ने 1715 ई. में मुगलों को हराकर बटाला, कलनौर आदि स्थानों पर कब्जा कर लिया था।
उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर, जिन्होंने जमींदारों को जमीनों के मालिकों का अधिकार दिया और अपना पूरा जीवन मुगलों के खिलाफ युद्ध में समर्पित कर दिया, आपसी एकता और भाईचारा बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। बटाला में भी उनकी यादगार का निर्माण होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि बाबा बंदा सिंह बहादुर ने जालंधर मार्ग से बटाला में प्रवेश किया था और मुगलों से युद्ध किया था। इसलिए जालंधर रोड का नाम बाबा बंदा सिंह बहादुर मार्ग रखा जाए और साथ ही जालंधर रोड बाईपास पर उनके नाम का यादगारी गेट बनाया जाए। जिसके लिए वे प्रयास करेंगे और जरूरत पड़ी तो इसके लिए केंद्र सरकार से भी संपर्क करेंगे।
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