पावर वेलफेयर एसोसिएशन ने बिजली प्रबंधन व सरकार के खिलाफ किया धरना-प्रदर्शन
कर्मचारी यूनियन, विद्युत बोर्ड पेंशनर फोरम, पावर वेलफेयर एसोसिएशन ने बिजली प्रबंधन व सरकार के खिलाफ किया धरना-प्रदर्शन।
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जवाली में धरना-प्रदर्शन करते बिजली विभाग के कर्मचारी |
( ज्वाली : अमित गुलेरिया )
जवाली : हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड के कर्मचारियों और अभियंताओं के ज्वाइंट फ्रंट के आह्नान पर विद्युत मंडल जवाली में कर्मचारी यूनियन, विद्युत बोर्ड पेंशनर फोरम, पावर वेलफेयर एसोसिएशन ने हिमाचल प्रदेश विद्युत कर्मचारी यूनियन के राज्य के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष पवन मोहल की अध्यक्षता में संयुक्त रूप में धरना-प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश सरकार से मांग की गई कि विद्युत बोर्ड में पुरानी पेंशन को बहाल किया जाए तथा समाप्त किए गए अभियंताओं के 51 पदों को अभिलंब बहाल किया जाए। उन्होंने 81 आउटसोर्स ड्राइवरों को पुनः कार्य पर रखने को जोरदार मांग की। वर्ष 2010 में ज्वाइंट फ्रंट और सरकार के बीच हुए समझौते की शर्तों का उल्लंघन करने पर संयुक्त फ्रंट में कड़ी आपत्ति जाहिर की गई। विद्युत बोर्ड की सर्विस कमेटी द्वारा अप्रूव किए गए 1030 टी-मेट के पदों को शीघ्र भरा जाए। छठा वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप संशोधित वेतन और पेंशन की बकाया राशी प्रदान की जाए। रिटायर कर्मचारियों के लीव इनकैशमेंट, ग्रेच्युटी जैसे सभी वित्तीय लाभों की बकाया राशि का भुगतान किया जाए। इस अवसर पर पावर इंजीनियर की तरफ से जवाली मंडल के वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता इंजीनियर विशाल पत्रबाल, सहायक अभियंता जसबीर सिंह, कर्मचारी यूनियन के प्रधान सुरेश चौधरी, संजीव कुमार, अधीक्षक सुरजीत सिंह, विद्युत बोर्ड पेंशनर फोरम जवाली के प्रधान राम लुभाया, सचिव रमेश चौधरी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष कमल सिंह, कर्म सिंह मिन्हास, बालकृष्ण चौधरी, सुखदेव धीमान, देव राज रनौत, मदन धीमान, कृष्ण धीमान ठाकुर, मोहिंदर सिंह, रिटायरी वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से शिवानन्द संन्याल, सतीश धीमान, इंजीनियर राजिंदर ठाकुर, सरदार मोहिंदर सिंह, अतुल महाजन, गुरबचन सिंह गोरा इत्यादि मौजूद रहे।
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