हरनोड़ा से तत्तापानी तक 30 किलोमीटर का सुंदर क्रूज मार्ग होगा विकसित : सीएम सुक्खू
बिलासपुर : सीएम के एकदिवसीय बिलासपुर दौरे के दौरान कार्यकर्ताओं और जनता ने उनका जगह-जगह स्वागत किया। बिलासपुर के लुहणू मैदान से लेकर मंडी भराड़ी तक हर जगह लोग फूल मालाएं लेकर सीएम के स्वागत में खड़े रहे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भी लोगों का अभिनंदन स्वीकार किया और उनका आभार जताया।
सीएम बोले-केरल और गोवा की तर्ज पर विकसित किया जा रहा बिलासपुर। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा बिलासपुर को पर्यटक स्थल के रूप में उभारने के लिए धार्मिक, ग्रामीण और ईको-पर्यटन के साथ-साथ जल आधारित गतिविधियों को प्रोत्साहित कर बिलासपुर को केरल और गोवा की तर्ज पर आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिलासपुर जिला प्रशासन को कोल डैम जलाशय पर क्रूज, शिकारा संबंधी गतिविधियां शुरू करने के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना के तहत बिलासपुर जिले के हरनोड़ा से शिमला जिले के तत्तापानी तक 30 किलोमीटर का एक सुंदर क्रूज मार्ग विकसित किया जाएगा। यह जल मार्ग पर्यटकों को एक अविस्मरणीय यात्रा का अनुभव प्रदान करेगा। पर्यटक कोल डैम के माध्यम से शिमला की ओर एक यादगार क्रूज की सवारी का आनंद ले सकेंगे।
जिले की नैसर्गिक सुंदरता, सांस्कृतिक धरोहर और साहसिक गतिविधियों को प्रदेश सरकार बढ़ावा दे रही है। इसके फलस्वरूप प्रदेश के पर्यटन मानचित्र पर बिलासपुर अपनी एक विशेष पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के बहुआयामी प्रयासों के फलस्वरूप क्षेत्र में पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। इससे क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा।
इस अवसर पर तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी, एचपीटीडीसी के अध्यक्ष आर.एस. बाली, पूर्व मंत्री राम लाल ठाकुर,उपायुक्त आबिद हुसैन, एसपी संदीप धवल, एडीजीपी सतवंत अटवाल, पूर्व विधायक बंबर ठाकुर, तिलक राज शर्मा, बाबू राम गौतम, कांग्रेस नेता विवेक कुमार, जिला कांग्रेस अध्यक्ष अंजना धीमान, परिवहन निगम परचेज कमेटी सदस्य संदीप सांख्यान, हिमुडा निदेशक सदस्य जितेंद्र चंदेल उपस्थित रहे।
सीएम दौरे के दौरान बिलासपुर शहर में यातायात व्यवस्था को सुचारू करने के लिए गुरद्वारा चौके से ट्रैफिक वन वे रहा, ताकि सीएम के दौरे के दौरान कोई भी परेशान न हो। लुहणू की तरफ जाने वाले वाहनों को हवाघर होकर भेजा गया। वहीं लुहणू से शहर में आने वाले वाहनों को कन्या विद्यालय से होकर वापस भेजा गया।
कोई टिप्पणी नहीं