सर्वोदय इंस्टीट्यूट बगली के छात्रों ने जानकारी हासिल की वनौषधियों के बारे में
सर्वोदय इंस्टीट्यूट बगली के छात्रों ने जानकारी हासिल की वनौषधियों के बारे में
हर्बल आधारित पद्धति है इलैक्ट्रोहोम्योपैथी
धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश की वनौषधियाँ विश्व भर में प्रसिद्ध हैं । यही कारण है कि यहाँ देश-विदेश के रिसर्च स्कालर व वैज्ञानिक अध्ययन के विभिन्न भागों में भ्रमण करने आते हैं । ऐसे ही हमारे यहाँ धर्मशाला स्थित बगली में चल रहे सर्वोदय इंस्टीट्यूट आफ इलैक्ट्रोहोम्योपैथी एंड रिसर्च सेंटर के छात्र छात्राओं को प्राचार्य डॉ अशोक भारद्वाज के नेतृत्व में मकलोडगंज, भागसूनाग, नड्डी व धर्मकोट के जंगलों में जाकर वनौषधियों की जानकारी प्राप्त की । इस मौक़े पर उनके साथ डॉ सुरेंद्र ठाकुर और डॉ दिनेश पठानिया भी उपस्थित रहे । ग़ौरतलब है कि संस्थान में पढ़ाई कर रहे छात्रों को पद्धति में प्रयोग की जाने वाली वनौषधियों की विस्तृत जानकारी दी जाती है । प्राकृतिक रूप से कहाँ और कैसे पाई जाती हैं यह टैक्सोनॉमिकली स्टडी करवाई जा रही है ।
यहाँ जारी प्रैस नोट में निदेशक डॉ सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि इस भ्रमण के दौरान छात्रों को डेफने-मजिरियम, बारबेरिस, पोडोफाईलम, रोडोडेंड्रोन, रोज़ा-कैनीना, ओग्जैलिस-एसिटोसैला, सीडार, क्लैमेटिस-इरैक्टा, समाईलेक्स-मैडिका, मैरिटिमा पाईनस आदि पौधों से रूबरू करवाया तथा हारबेरियम फ़ाईल तैयार की।
उल्लेखनीय है कि इन औषधियों का प्रयोग करके मनुष्य को आरोग्य किया जा सकता है । सभी छात्रों ने टूर को शिक्षाप्रद बताया और प्रसन्नता व्यक्त की ।
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