चीन से लगी सीमाओं की निगरानी करेंगे
चीन से लगी सीमाओं की निगरानी करेंगे
'प्रीडेटर' ड्रोन: गिल
भारत सरकार और अमेरिका के बीच समझौते की गिल ने सराहना की
हिमालय परिवार संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं लोकसभा हलका गुरदासपुर के वरिष्ठ नेता परमजीत सिंह गिल ने कहा कि भारत अपने पड़ोसी दुश्मनों की किसी भी तरह की नापाक गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा। जिसके लिए भारतीय सेनाएं हमेशा तैयार रहती हैं लेकिन साथ ही जिस तरह से अमेरिका के साथ समझौते के तहत चार अरब डॉलर की लागत से ड्रोन खरीदे जा रहे हैं, इससे पड़ोसी देशों पर पूरी तरह से नजर रखी जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि हाल ही में भारत सरकार ने अमेरिका के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके तहत चार अरब डॉलर की लागत से 31 प्रीडेटर ड्रोन खरीदे जाएंगे और इस ड्रोन की खासियत यह है कि यह 35 घंटे तक हवा में रह सकता है। इसमें 450 किलोग्राम बम ले जाने की भी क्षमता है और इसका इस्तेमाल चीन से लगी सीमाओं की निगरानी के लिए किया जाना है।
उन्होंने कहा कि ये प्रीडेटर ड्रोन समुद्र, पहाड़ों और मैदानों में भारत की सीमाओं की निगरानी करेंगे और दुश्मन की किसी भी नापाक हरकत का तुरंत जवाब देने में सक्षम होंगे।
उन्होंने कहा कि भारत अब ऐसे दौर से गुजर रहा है कि किसी भी तरह के पड़ोसी देश की नापाक हरकतें किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और भारत की आंतरिक और बाहरी सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जिसके लिए चाहे कितना भी खर्च करना पड़े, सरकार इस मामले में खुलापन दिखा रही है और रक्षा सौदों में कोई समझौता नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत अब वैश्विक स्तर पर बढ़ती अर्थव्यवस्था वाला देश बनने की राह पर है, जिसके लिए चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देश अब घिनौनी हरकतों को अंजाम देने की फिराक में हैं लेकिन अब जिस तरह से भारत सरकार अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए इतने बड़े प्रयास कर रही है, उससे यह साफ हो गया है कि अब भारत की तरफ बुरी नजर रखने वाले किसी भी दुश्मन को मुंह की खानी पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि देश अब मजबूत हाथों में है और सुरक्षा के मामले में भारत सरकार की ओर से कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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