पंचांग के अनुसार इस साल बार व्रत वाली गुरू पूर्णिमा 2 जुलाई को होगी
पंचांग के अनुसार इस साल बार व्रत वाली गुरू पूर्णिमा 2 जुलाई को होगी
पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 2 जुलाई 2023 को रात में 8 बजकर 21 मिनट से हो रही है. इस तिथि का समापन अगले दिन 3 जुलाई, 2023 शाम 5 बजकर 08 मिनट पर होगा.इस कारण से व्रत वाली पूर्णिमा 2 जुलाई को होगी ।
इस बार तीन जुलाई यानी सोमवार को गुरु पूर्णिमा है. कहते हैं पूर्णिमा के दिन दान धर्म करने से बेहद शुभ माना जाता है. साथ ही इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की उपासना करने से भी शुभ माना जाता है. मान्यता है कि गुरु पूर्णिमा के दिन कुछ विशेष चीजें घर लाना बेहद फलदायी माना जाता है.
पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 2 जुलाई 2023 को रात में 8 बजकर 21 मिनट से हो रही है. इस तिथि का समापन अगले दिन 3 जुलाई, 2023 शाम 5 बजकर 08 मिनट पर होगा.इस कारण से व्रत वाली पूर्णिमा 2 जुलाई को होगी ।
आपको बता दें कि सनातन धर्म में गुरु को भगवान से भी श्रेष्ठ माना गया है, क्योंकि हमारे गुरु ही भगवान के बारे में बताते हैं और सही मार्ग दिखाते हैं. ऐसे में हर साल आषाढ़ माह की पूर्णिमा तिथि को आषाढ़ पूर्णिमा, व्यास पूर्णिमा और गुरु पूर्णिमा के तौर पर मनाया जाता है मान्यता है कि महर्षि वेद व्यास जी ने ही पहली बार मानव जाति को चारों वेदों का ज्ञान दिया था. इसलिए महर्षि वेदव्यास जी को प्रथम गुरु माना गया है.
पूर्णिमा को ही महर्षि वेद व्यास जी का जन्म हुआ था. इस कारण इस पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा कहा जाता है।
कोई टिप्पणी नहीं