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बटाला में लोकसभा चुनाव के लिए अकाली, बीजेपी और आप पार्टी में टक्कर देखने को मिल सकती है

 बटाला में लोकसभा चुनाव के लिए अकाली, बीजेपी और आप पार्टी में टक्कर देखने को मिल सकती है

 कांग्रेस की गुटबाजी और विधानसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी को वोट देने में हुई गलतियों से कांग्रेस को नुकसान होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा 


 बटाला (अविनाश शर्मा, संजीव नैयर) जब लोकसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है

  चूंकि अब तक सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतार चुकी हैं, अब देखना यह है कि इस क्षेत्र में कौन सी पार्टी बाजी मारती है और यह तो आने वाली 4 जून को ही पता चलेगा कि कौन सी पार्टी अपना परचम लहराती है.।

   विधानसभा हलका बटाला की बात करें तो जनता की राय के मुताबिक आम आदमी पार्टी का उम्मीदवार शेरी कलसी एक युवा बेदाग और प्यारे नेता के रूप में जाने जाते हैं, आम आदमी पार्टी अपने द्वारा किए गए कार्यों को जनता की अदालत में ले जा रही है, शेरी कलसी को हलके से मिल रहे बेशुमार प्यार‌‌ की चर्चाएं सुनने को मिल रही हैं कि शेरी कलसी गुरदासपुर से लोकसभा की सीट निकालने में कामयाब हो सकते हैं।

       अकाली दल बादल ने मुकाबले को दिलचस्प बनाने के लिए लोकसभा क्षेत्र गुरदासपुर से एक सुलझे हुए नेता डॉ. दलजीत सिंह चीमा को उम्मीदवार बनाया है और डॉ. दलजीत सिंह चीमा अकाली दल बादल के एक अच्छे सुलझे हुए राजनेता के रूप में जाने जाते हैं और वह निर्वाचन क्षेत्र में दिन-रात कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनको जनता का बहुत प्यार मिल रहा है। ‌वह इस सीट को जीतकर सुखबीर सिंह बादल की झोली में डालने के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं ।

    भाजपा की बात करें तो पिछले चुनाव में लोकसभा क्षेत्र गुरदासपुर सीट से सनी देयोल को उतारकर भाजपा ने जनता से किए वादे तो पूरे नहीं किए, लेकिन उन्हें भुलाने के लिए दिनेश सिंह बब्बू को उम्मीदवार बनाया, जो एक प्रतिभाशाली और अनुभवी नेता के रूप में जाने जाते हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र का नेता बनाया गया है क्षेत्र में आम लोगों की चर्चा यह भी है कि दिनेश सिंह बब्बू एक ईमानदार नेता के रूप में जाने जाते हैं, जो सभी से मिलते हैं और एक जमीनी नेता हैं और वह जिले में अपनी जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत भी कर रहे हैं और भाजपा भी इस दौड़ में आगे रह सकती है।

   कांग्रेस की बात करें तो हलके में यह भी चर्चा है कि उम्मीदवारों के देर से नामांकन करने के कारण कांग्रेस पिछड़ गई है और गुरदासपुर विधानसभा में कई ऐसे हलके हैं जहां 2022 के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस के नेताओं ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को हराने के लिए आम आदमी पार्टी के कई उम्मीदवारों की मदद की गई, जिसका एक उदाहरण बटाला विधानसभा क्षेत्र है और उन्होंने चुप रहने और अपना नाम न प्रकाशित करने के लिए कहा है कि 2022 के विधानसभा में बटाला में आप पार्टी के प्रत्याशी शेरी कलसी को शहर के साथ-साथ गांवों से भी खूब वोट डलवाकर शेरी कलसी की जीत में अहम भूमिका निभाई थी, जिसके चलते बटाला में कांग्रेस का वोट बैंक टूटकर आम आदमी पार्टी से शामिल हो चुका है । इस लिए बटाला में कांग्रेस पार्टी को नुकसान हो सकता है, बाकी समय बताएगा कि क्या पार्टी नेतावा की गलतियां लोकसभा चुनाव में देखने को मिल सकती हैं?

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