15वीं बार रिहैब में जाने को तैयार कांबली, कपिल देव के प्रस्ताव को किया स्वीकार
नई दिल्ली : कपिल एंड कंपनी कांबली को स्वस्थ होने में मदद करने के प्रस्ताव के साथ आगे आई थी। विनोद कांबली ने कपिल देव की 1983 विश्व कप विजेता टीम के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और वह रिहैबिलिटेशन में जाने के लिए तैयार हैं।
हालांकि, उन्होंने इसके लिए शर्त रखी थी कि वे केवल तभी जब कांबली की मदद करेंगे अगर वह फिर से रिहैब में जाने के लिए तैयार हों। कांबली ने पूर्व क्रिकेटरों के सुझाव का खुलकर स्वागत किया और कहा कि जब तक उनके साथ उनका यह परिवार है, उन्हें किसी चीज से डर नहीं लगता।
कांबली से जब उनकी मौजूदा वित्तीय स्थिति के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'बहुत बुरी स्थिति है।' कांबली ने विक्की लालवानी के यूट्यूब चैनल पर बोला, 'लेकिन जिस तरह से मेरी पत्नी ने सबकुछ संभाला, उन्हें सलाम है। सुनील गावस्कर ने सबसे पहले कपिल देव की पेशकश पर प्रतिक्रिया दी थी। निश्चित रूप से मुझे कोई हिचकिचाहट नहीं है रिहैब में जाने से, क्योंकि जब तक मेरे साथ मेरा परिवार है, मैं किसी भी चीज से नहीं डरता हूं। मैं इसे पूरा करूंगा और वापस आऊंगा।
कांबली फिलहाल बेहद गंभीर स्थिति से गुजर रहे हैं। न सिर्फ स्वास्थ्य को लेकर बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं है। कांबली ने स्वीकार किया कि उनकी वित्तीय स्थिति गड़बड़ है। स्वास्थ्य संकट का सामना कर रहे कांबली की आय का एकमात्र स्रोत बीसीसीआई की पेंशन है, जो प्रति माह 30,000 रुपये है। इस बात का खुलासा उन्होंने 2022 में खुद किया था। दो बच्चों की देखभाल करने के लिए कांबली 15वीं बार रिहैब में जाने के लिए तैयार हैं। कांबली पहले भी 14 बार रिहैब में जा चुके हैं, लेकिन तब कुछ सुधार नहीं हुआ था। हालंकि, अब उन्हें लगता है कि यदि रिहैब से उनकी शारीरिक और वित्तीय दोनों स्थिति में सुधार होता है, तो वह इसे एक और मौका देने के लिए तैयार हैं।
कांबली को यह स्वीकार करने में कोई शर्म नहीं है कि अत्यधिक शराब पीने से उन्हें परेशानी हुई, लेकिन उन्होंने बताया कि उन्होंने हाल ही में शराब की एक बूंद का भी सेवन नहीं किया है। कांबली के दोस्त और पूर्व प्रथम श्रेणी अंपायर मार्कस काउटो ने भी इसकी पुष्टि की थी। कांबली ने कहा, 'नहीं, नहीं। मैंने छह महीने पहले शराब पीना और धूम्रपान करना बंद कर दिया था। अपने बच्चों की खातिर ऐसा किया। मैं पहले ऐसा करता था, लेकिन अब मैंने इसे पीछे छोड़ दिया है।
कांबली करीब दो सप्ताह पहले उस समय सुर्खियों में आए थे जब रमाकांत आचरेकर के स्मारक के अनावरण के दौरान उनका एक वीडियो सामने आया था। कांबली संघर्ष करते दिख रहे थे। उनकी हरकतों से उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं। इस वीडियो के सामने आने के बाद 48 घंटों से भी कम समय में भारतीय क्रिकेट बिरादरी कांबली की मदद के लिए एक साथ आई। गावस्कर से लेकर कपिल देव तक ने मदद की पेशकश की थी। 1983 विश्व विजेता भारतीय टीम ने एक साथ कांबली की मदद की बात कही थी और साथ ही वित्तीय सहायता देने की भी बात कही थी।
1983 का विश्व कप दल अकेला नहीं था जिसने कांबली से संपर्क किया था। उनके प्रिय मित्र और भारतीय टीम के पूर्व साथी अजय जडेजा ने भी कुछ समय पहले उनसे मुलाकात की थी और उनसे स्वस्थ होने का आग्रह किया था। कांबली को भरोसा है कि जरूरत पड़ने पर बीसीसीआई भी उनसे संपर्क करने के लिए आगे आएगा। इस साल की शुरुआत में बोर्ड ने अंशुमन गायकवाड़ के इलाज के लिए एक करोड़ रुपये दिए थे।
कांबली ने कहा, जडेजा मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं। वह मुझसे मिलने आए और कहा 'चलो, उठो'। हाल ही में बहुत से लोगों ने मुझे फोन किया है। सभी ने मुझे देखा और स्वास्थ्य के प्रति चिंता जाहिर की। निश्चित तौर पर वे (बीसीसीआई) मदद करेंगे। अबे कुरुविला (पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज) बीसीसीआई के साथ हैं और वह मेरे संपर्क में हैं और वह मेरी पत्नी के संपर्क में भी हैं।
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