कहीं ताश के पत्तों की तरफ बिखरे आशियाने तो कहीं कहीं तो बहे पुल 2 दिन में हुई भारी तबाही - Smachar

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कहीं ताश के पत्तों की तरफ बिखरे आशियाने तो कहीं कहीं तो बहे पुल 2 दिन में हुई भारी तबाही


 कहीं ताश के पत्तों की तरफ बिखरे आशियाने तो कहीं कहीं तो बहे पुल 2 दिन में हुई भारी तबाही


शिमला : चौपाल के खगना में देखते ही देखते ताश के पत्तों की तरह बिखर गया आशियाना,पूरी ज़िंदगी की कमाई कुछ सेकंड में ख़त्म कुदरत ने मचाया ऐसा कहर।


तो वहीं दूसरी तरफ (जिला सिरमौर में) नुर्गी फैक्ट्री नजद खड़कोली के पास ल्हासा आने के कारण संगड़ाह रेणुकाजी रोड़  बंद हो गया था  जिसे JCB मशीन से ठीक करवाया गया प्रशासन  द्वारा इस स्थान पर पहाड़ से पत्थर गिर रहे है । अतः संगड़ाह व रेणुका को आने जाने वाली स्थानीय जनता को सूचित किया जाता है की घर से निकलनें से पहले सड़क की स्थिति का पता करने के उपरांत ही यात्रा करें ।


 

अगर बात करें लारजी पावर की तो वहां हाउस में ब्यास का पानी घुसने से करोड़ों का नुकसान हो गया और व्यास नदी पर बना 40 साल पुराना औट का पुल ब्यास की लहरों में वह गया यह पुल मंडी में बंजार औट बाइपास को जोड़ता था और मंडी जिले के थुनाग में मार्किट की गली के बीचों बीच कीचड़ व पेड़ों लेकर फ्लड आने से भारी नुकसान हुआ है. आपको बता दें कि जगह जगह भारी नुक़सान हुआ हिमाचल प्रदेश में परन्तु लोगों व प्रशासन ने एकजुट होकर इसका सामना किया जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण आप सामने देख सकते हैं इन तस्वीरों में कीचड़ में फसी गाड़ी को पुलिस प्रशासन व स्थानीय लोग एक जुट होकर बाहर निकालते हुए तो वहीं जिला लाहौल स्पीति के मनाली लेह राष्ट्रीय राजमार्ग जिंगजिंगबार से बारालाचा दर्रे पर भारी बर्फबारी ,बीआरओ के 70 आर सीसी के जवान बर्फबारी के बीच सड़कों से बर्फ हटाने में जुटे ताकि इस बीच फंसे यात्रियों को सुरक्षित निकाला जा सके।

तो वहीं दूसरी तरफ भारी बारिश के कारण स्वरुप से हिमाचल पथ परिवहन निगम के 1007 रूट सस्पेंड हो गए। अलग-अलग स्थानों पर फंसी 452 बसें परिवहन की तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हिमाचल में बारिश से हो रही तबाही को  राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग उठाई ।

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