सीटू ने प्रदेशभर में मनाया मजदूर दिवस
सीटू ने प्रदेशभर में मनाया मजदूर दिवस
मोदी सरकार को सत्ता से हटाने का लिया संकल्प
सीटू ने मजदूर दिवस के उपलक्ष्य पर हिमाचल प्रदेश के सभी जिला व ब्लॉक मुख्यालयों पर कई कार्यक्रमों का आयोजन किया। इस दौरान ध्वजारोहण, सेमिनार, शपथ ग्रहण, धरना प्रदर्शन, गेट मीटिंगें आदि कई तरह के कार्यक्रम किये गए।
मई दिवस के उपलक्ष्य पर सोलन जिला के बद्दी औद्योगिक क्षेत्र में सीटू द्वारा राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में सैंकड़ों मजदूरों को सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, उपाध्यक्ष जगत राम, ओमदत्त शर्मा, दलजीत सिंह, मोहित वर्मा, अनिल कौशल, रविन्द्र, विकास, मनदीप, सुरेश, जितेंद्र, गुरदेव, प्रमोद, सुनील, अजय, कृष्ण पाल, राजेन्द्र, धर्मेंद्र आदि ने सम्बोधित किया। उन्होंने मजदूर दिवस के शहीदों को श्रदांजलि दी व इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने मजदूरों से मजदूर दिवस के शहीदों के विचारों को आत्मसात करने का आह्वान किया। उन्होंने मजदूरों की असंख्य कुर्बानियों के चलते हासिल अधिकारों को मोदी सरकार द्वारा खत्म करने की कड़ी निंदा की व मजदूरों से आम जनता विरोधी इस सरकार को सत्ता से हटाने की अपील की।
सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा, उपाध्यक्ष जगत राम व महासचिव प्रेम गौतम ने मजदूरों से मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने व भाजपा को हराने के आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जब से पिछले दस साल से मोदी सरकार सत्ता में आई है तब से वह लगातार मजदूरों के अधिकारों पर हमले कर रही है। मोदी सरकार ने मजदूरों के लंबे संघर्षों और कुर्बानियों के बाद हासिल किए गए चबालिस श्रम कानूनों को समाप्त करके इन्हें मजदूर विरोधी व पूंजीपति परस्त चार लेबर कोडों में बदल दिया है। ये लेबर कोड कॉरपोरेट जगत व उद्योगपतियों को ही फायदा पहुंचाते हैं। इन्हें मजदूरों की जिंदगी को बंधुआ मजदूरी की तरफ़ ले जाने के लिए तैयार किया गया है। मोदी सरकार की कारगुजारियों के चलते देश में बेरोजगारी चरम पर पहुंच गई है और मंहगाई आसमान छू रही है। यहां तक कि गरीब लोगों के बच्चों को सेना के जरिए सरकारी नौकरी हासिल करने के रास्ते को बंद करने के लिए अग्निवीर योजना को लाकर देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया जा रहा है। देश के प्राकृतिक व सार्वजनिक संसाधनों को मोदी सरकार द्वारा अपने चंद कॉरपोरेट मित्रों के हवाले किया जा रहा है। लोगों के रोज़मर्रा के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए मोदी सरकार द्वारा धार्मिक मसलों को ढाल बनाया जा रहा है। जहां एक तरफ लगातार जनता पर जीएसटी जैसे टैक्स थोपे गए हैं वहीं पर कॉरपोरेट घरानों को लाखों करोड़ रुपयों की टैक्स व कर्ज़ा माफी दी गई है। इस से जाहिर होता है कि मोदी सरकार आम जनता की जेब पर भारी भरकम टैक्स का बोझ डालकर अपने चंद कॉर्पोरेट दोस्तों की तिजोरिया भरने के काम में लगी हुई है। इस अंधी लूट से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए समय-समय पर धार्मिक मुद्दों पर देश का विभाजन करने की नापाक कोशिश की जा रही है। मोदी सरकार की इस लूट और तानाशाही के खिलाफ सीटू ने पूरे देश भर में आवाहन किया है कि देश को बांटने वाली मजदूर विरोधी, राष्ट्र विरोधी, जनता विरोधी मोदी सरकार को उखाड़ फेंका जाए। इसी कड़ी को आगे बढ़ाने के लिए मजदूरों का घोषणा पत्र जारी किया गया व लोकसभा चुनावों में भाजपा की मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का संकल्प लिया गया।
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