घनश्याम शर्मा ने प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार पर बेरोजगारों के साथ घोर अन्याय के आरोप लगाए।
घनश्याम शर्मा ने प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार पर बेरोजगारों के साथ घोर अन्याय के आरोप लगाए।
पालमपुर : केवल कृष्ण /
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं भारतीय राज्य पेंशनर संघ के वारिष्ठ उपाध्यक्ष घनश्याम शर्मा ने प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार पर बेरोजगारों के साथ घोर अन्याय के आरोप लगाए हैं। घनश्याम ने कहा कि प्रदेश की सरकार ने प्रदेश के बेरोजगारों से कुठाराघात किया है। सरकार ने सत्ता में आते ही एक साल में एक लाख बेरोजगारों को रोजगार देने का वायदा किया था। लेकिन कांग्रेस ने सत्ता में आते ही 21 फरवरी 2023 को प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग भंग कर दिया, ताकि सरकारी नौकरी के प्रति अब सरकार की कोई जबावदेही न बने। शर्मा ने कहा कि चयन आयोग में धांधली हुई थी या कोई धांधली की आशंका थी, तो सरकार उसकी जांच करती। जिन लाखों बेरोजगारों ने पेपर दिए हैं, आज वे बेरोजगार घूम रहे, उनका क्या कसूर है। जो स्टाफ यहां लगा था अधिकतर कर्मियों को सर प्लस पूल के माध्यम से अन्य संस्थानों में भेज दिया। घनश्याम शर्मा ने कहा कि सरकार ने
घोषणा की थी कि पेपर लीक मामले की सरकार दो महीने में जांच करवा कर नया नामकरण करने कर बाद चालू किया जाएगा । लेकिन आज 18 महीने बाद भी न जांच पूरी हुई, न किसी बेरोजगार को रोजगार दिया गया। शर्मा ने कहा कि जो आरिपित थे वे जेल से भी बेल लेने व छूटने के बाद राज्य चयन बोर्ड हमीरपुर में ज्वाइन कर गए। जबकि
21 फरवरी 2023 को सभी पद समाप्त कर दिए गए थे। वहीं दूसरी तरफ  ;
जो दूसरे विभागों में भेजे थे, उनके मामले अभी तक सरकार सुलझा नहीं पाई है । शर्मा ने कहा कि सरकार ने कई कर्मियों को बिना कोई मानदंड बनाये ही दूसरे विभागों में भेज दिया था। कुछ लोग आज भी कर्मचारी राज्य चयन बोर्ड में काम कर दोहरे मापदंड दर्शा रहे हैं। जिससे न बेरोजगारों को रोजगार मिला न उनके साथ इंसाफ हुआ जिनका कोई दोष ही नहीं था। शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार को इन कर्मों व नाकामियों का फल अब लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ेगा।
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