140 करोड़ भारतीयों की जाति पूछने वाले कांग्रेसी अपनी जाति बताने पर अपमानित महसूस करते हैं : गिल
140 करोड़ भारतीयों की जाति पूछने वाले कांग्रेसी अपनी जाति बताने पर अपमानित महसूस करते हैं : गिल
ओबीसी समर्थक बनने की कोशिश कर रहे राहुल गांधी को सर्वे के बाद देश वासी नकार देंगे
हिमालय परिवार संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं लोकसभा हलका गुरदासपुर के वरिष्ठ नेता परमजीत सिंह गिल ने कांग्रेस पर तीखा राजनीतिक हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जिसने हमेशा ओबीसी समुदाय का विरोध किया है, लेकिन अब वे ओबीसी का इस्तेमाल कर रहे हैं राजनीति की रोटी सेंकने के लिए और समुदाय के हितैषी होने का दिखावा कर रहे हैं ।
गिल ने कहा कि इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि जवाहर लाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी हमेशा से ओबीसी समुदाय के खिलाफ रहे हैं, लेकिन अब जिस तरह से जातीय जनगणना को लेकर राहुल गांधी ने ओबीसी समुदाय का समर्थक बनने की कोशिश की है यह पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित लगता है क्योंकि कांग्रेस को इस समय देश से अपना पूरा राजनीतिक अस्तित्व खत्म होता दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकासोन्मुख और दूरदर्शी नीतियों के कारण आज देश अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सबसे आगे नजर आ रहा है। लेकिन यह सब विरोधियों को पच नहीं रहा है, जिसके कारण वे किसी न किसी बहाने से देश में अराजकता का माहौल पैदा कर देश को छोटे-छोटे कबीलों और क्षेत्रों में बांटने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन देशवासी उनके मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना सबसे पहले 1901 में अंग्रेजों ने कराई थी और वह भी सिर्फ हिंदू समाज को बांटने के लिए, उसके बाद देश में कभी ऐसी जनगणना नहीं कराई गई। भले ही 1990 में मंडल आयोग का गठन हुआ और अगड़ा पिछड़ा का नारा देकर समाज को बांटने की कोशिश की गयी थी लेकिन समाज को बांटने का नारा देने वालों को उस समय भी समाज ने मुंह नहीं लगाया था । इसलिए जातीय जनगणना की मांग करने वाले कांग्रेसियों को भी समझ लेना चाहिए कि जातीय जनगणना के बाद कांग्रेस की हालत भी उनके जैसी ही होने वाली है।
उन्होंने कहा कि हालांकि जाति जनगणना बहुत कठिन और टेढ़ा काम है क्योंकि कई राज्यों में एक जाति सामान्य श्रेणी में आ रही है और कई राज्यों में उसी जाति समाज के लोग ओबीसी श्रेणी में पंजीकृत हैं इसलिए यह करना बहुत मुश्किल है | लेकिन कांग्रेस द्वारा देश को बांटने की इस चुनौती को केंद्र सरकार और संघ ने स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी की भी आलोचना करते हुए कहा कि जो लोग 140 करोड़ देशवासियों की जाति पूछने की कोशिश कर रहे हैं, वे अपनी जाति बताने पर अपमानित क्यों महसूस करते हैं, देशवासी इसका जवाब जरूर लेंगे।
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