बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही
भारतीय संविधान, वेदों की तरह एक स्थान रखता है। यह बात हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के माननीय न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर ने शनिवार को धर्मशाला में 75वें संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए कही।
भारत लोकतंत्र की जननी विषय पर कार्यक्रम का आयोजन अधिवक्ता परिषद हिमाचल प्रदेश की धर्मशाला इकाई द्वारा किया गया। बतौर मुख्यातिथि शिरकत हुए न्यायाधीश विवेक सिंह ठाकुर ने कहा कि संविधान सभा ने संविधान बनाते समय उसका उद्देश्य बिल्कुल स्पष्ट किया है कि जिसमें सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार रखने व बोलने, विश्वास, धर्म व पूजा पद्धति की स्वतंत्रता दी है। समाज में प्रतिष्ठा, अवसर और समानता सहित समाज में ऐसा बुधंत्व बढ़ाना, जिसमें व्यक्ति के सम्मान को संरक्षित रखते हुए देश की एकता और अखंडता के लिए कार्य करना मुख्य है। मैं समझता हूं कि संविधान दिवस के उपलक्ष्य में समाज के हर वर्ग को इससे प्रेरणा लेकर उपरोक्त उद्देश्य हैं, इसमें अंतरनिहित संविधान का उद्देश्य है। हमारे लोकतांत्रिक देश की स्थापना का जो उद्देश्य है उसको पूर्ण करने में सहयता मिलेगी, भले ही समाज का कोई भी क्षेत्र हो, सरकारी, निजी, न्यायिक, व्यापारिक क्षेत्र से जुड़े लोग संविधान से प्रेरणा लेकर अपने कत्र्तव्यों का पालन करेंगे तो बहुत सारी समस्याओं का निराकरण स्वयं ही हो जाएगा।
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