पिता ने मेरे लिए नौकरी छोड़ दी देख नीतीश ने क्रिकेटर बनने की ठानी, संघर्ष कर इस तरह बने देश के गौरव - Smachar

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पिता ने मेरे लिए नौकरी छोड़ दी देख नीतीश ने क्रिकेटर बनने की ठानी, संघर्ष कर इस तरह बने देश के गौरव

पर्थ टेस्ट में अपने प्रदर्शन की छाप छोड़ने वाले नीतीश कुमार रेड्डी शुरुआती दिनों में इस खेल के प्रति गंभीर नहीं थे, लेकिन एक दिन उन्होंने आर्थिक तंगी से जूझ रहे अपने पिता की आंखों में आंसू देखे।



बस इसके बाद उन्होंने कुछ करने की ठानते हुए इस खेल को अपना लिया। उन्होंने क्रिकेटर बनने के लिए खूब मेहनत की।  नीतीश ने पर्थ में 41 और 38 रन की पारियां खेलीं और एक विकेट भी लिया। उनकी यह मेहनत आईपीएल में रंग लाई और उन्हें पर्थ में भारत के लिए पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला।

बीसीसीआई की ओर से जारी वीडियो में नीतीश बताते हैं, 'अगर ईमानदारी से कहूं तो जब वह छोटे थे तो क्रिकेट के प्रति गंभीर नहीं थे। पिता ने मेरे लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। मेरी सफलता के पीछे उनका बहुत बड़ा त्याग छुपा है। हम लोग उस दौरान आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। मुझे लगा, मैं ऐसा नहीं हो सकता हूं, मेरे पिता त्याग कर रहे हैं और मैं सिर्फ मजे के लिए क्रिकेट खेल रहा हूं। उस समय मैं क्रिकेट के प्रति गंभीर हुआ और खूब मेहनत की। इसके बाद मैं सफलता की सीढि़यां चढ़ता गया। एक मध्यम वर्गीय परिवार से होने के नाते, मुझे गर्व है कि मैं अपने पिता को खुश कर पाया। मैंने जब अपनी पहली जर्सी अपने पिता को दी तो उनके चेहरे पर खुशी देखते बनती थी।

ऑस्ट्रेलियाई टीम पर फतेह पाने के लिए कप्तान रोहित शर्मा ने गुलाबी गेंद से होने जा रहे एडिलेड टेस्ट में अपने नियमित ओपनिंग क्रम का बलिदान कर दिया है। खुद रोहित ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि शुक्रवार से शुरू हो रहे दिन-रात्रि के टेस्ट में वह नहीं बल्कि पर्थ टेस्ट की विजयी जोड़ी यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ओपनिंग करेगी। वह मध्यक्रम में उतरेंगे। हालांकि, रोहित ने यह नहीं बताया कि वह किस क्रम पर उतरेंगे, लेकिन माना जा रहा है कि वह नंबर पांच पर बल्लेबाजी करने आ सकते हैं, जबकि ऋषभ पंत नंबर छह पर उतर सकते हैं। रोहित 2019 से टेस्ट में ओपनिंग कर रहे हैं, इस बदलाव ने उनके टेस्ट जीवन को नया मोड़ दिया था। भारतीय टीम अब एडिलेड ओवल में गुलाबी गेंद से ऑस्ट्रेलियाई टीम के वर्चस्व को तोड़ने उतरेगी। ठीक उसी तरह जैसे उसने पर्थ के ऑप्टस ओवल में कभी नहीं हारने वाले ऑस्ट्रेलिया को 295 रन से हराया था। ऑस्ट्रेलियाई टीम एडिलेड में भी कभी गुलाबी गेंद से टेस्ट नहीं हारी है। वैसे, एडिलेड में गुलाबी गेंद से बल्लेबाजी चुनौती होगी।

2018 में नीतीश ने बीसीसीआई अवॉर्ड नाइट के दौरान विराट और उनकी पत्नी अनुष्का के साथ सेल्फी ली थी। नीतीश बताते हैं कि मैं बचपन से विराट भइया का बड़ा प्रशंसक हूं। मैं उनका हर मैच देखता था। मुझे उनका शतक के बाद जश्न मनाने का अंदाज पसंद था। उस दौरान मैं अपनी उम्र की गणना करता था कि जब मैं भारत के लिए खेलूंगा तो वह कहीं संन्यास तो नहीं ले लेंगे। आज मैं उनके साथ खेल रहा हूं। पर्थ में उनके साथ साझेदारी के दौरान मैं यही सोच रहा था कि वह अब शतक से 10 रन दूर हैं, अब पांच रन दूर हैं। मुझे अपने पहले अर्धशतक का ख्याल तक नहीं था।

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