अगले दो टेस्ट मैचों के लिए मैकस्वीनी को बाहर किए जाने पर भड़के माइकल क्लार्क, चयनकर्ताओं को सुनाई खरी-खोटी
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने भारत के खिलाफ अगले दो टेस्ट मैचों के लिए नाथन मैकस्वीनी को बाहर किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की है। मैकस्वीनी के करियर की शुरुआत अच्छी नहीं रही है और उन्होंने पहले तीन मैचों में 72 रन बनाए थे।
25 वर्षीय इस बल्लेबाज को भारत ए और शेफील्ड शील्ड में अच्छे प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह मिली थी।
क्लार्क ने कहा, मैकस्वीनी को बाहर किया गया और मैं यह भरोसा नहीं कर सकता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनकी जगह ओपनिंग में कौन आएगा। मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं ने गलत किया है। हमारे पास उस्मान ख्वाजा हैं जो 38 साल के हैं और उन्होंने ज्यादा रन नहीं बनाए हैं। वह एक सीनियर खिलाड़ी हैं। हमारे पास मार्नस लाबुशेन हैं जो सीरीज से पहले दबाव में थे और अब तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं।
मैकस्वीनी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रभावित करने में असफल रहे। उनके फ्लॉप प्रदर्शन के कारण उन्हें टीम से बाहर किया गया और सैम कोंसटास को शामिल किया गया। हालांकि, मैकस्वीनी को बाहर करने का फैसला क्लार्क को समझ नहीं आया क्योंकि उनका मानना है कि मैकस्वीनी शीर्ष क्रम में लंबे समय तक वक्त बिता सकते हैं।
मैकस्वीनी का टीम से बाहर होना एकमात्र बड़ा बदलाव नहीं है। अनुभवी तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड भी सीरीज के बाकी मैचों से बाहर हो गए हैं। हेजलवुड को ब्रिसबेन टेस्ट में चोट लगी थी जिसके कारण वह उस टेस्ट के अंतिम दो दिन भी मैदान पर नहीं उतरे थे। ऑस्ट्रेलिया ने सीन एबॉट, झाय रिचर्डसन और ब्यू वेबस्टर को भी सीरीज के अंतिम दो मैचों के लिए टीम में शामिल किया है।
उन्होंने कहा, स्टीव स्मिथ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक जड़ा, लेकिन वह भी दबाव में ही हैं। मैकस्वीनी को छोड़कर सभी 30 साल के ऊपर हैं। क्या हो अगर ख्वाजा दो टेस्ट मैच के बाद संन्यास लें? क्या तब मैकस्वीनी वापस आएंगे या फिर उन्हें लाइन में लगना पड़ेगा। उन्हें सामने आकर कहना होगा कि हमने उसे चुनने में गलती की।
पैट कमिंस (कप्तान), स्टीव स्मिथ, मार्नस लाबुशेन, सैम कोंस्टास, उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड, मिचेल मार्श, ब्यू वेबस्टर, सीन एबॉट, मिचेल स्टार्क, नाथन लियोन, झाय रिचर्डसन, एलेक्स कैरी, स्कॉट बोलैंड और जोश इंगलिस।
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