जिला में बाल श्रम व मजदूरी को समाप्त करने की दिशा में अधिक कार्य करने के दिए निर्देश - Smachar

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जिला में बाल श्रम व मजदूरी को समाप्त करने की दिशा में अधिक कार्य करने के दिए निर्देश

 बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति की त्रैमासिक बैठक संपन्न: उपायुक्त किरण भड़ाना ने बच्चों की सुरक्षा और कल्याण योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर दिया 


जिला में बाल श्रम व मजदूरी को समाप्त करने की दिशा में अधिक कार्य करने के दिए निर्देश

लाहौल-स्पीति : विजय ठाकुर / 

महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत जिला में कार्यरत जिला बाल सरंक्षण इकाई की बाल कल्याण एवं सरंक्षण समिति की द्वितीय त्रैमासिक बैठक का आयोजन उपायुक्त कार्यालय के सभागार में किया गया जिसकी अध्यक्षता उपायुक्त लाहौल स्पीति किरण भड़ाना ने की। 

उपायुक्त किरण भड़ाना बैठक में जिला में बाल संरक्षण से संबंधित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाल अधिकारों की रक्षा, बाल श्रम की रोकथाम तथा बाल संरक्षण से जुड़ी शिकायतों के त्वरित निस्तारण को सर्वाेच्च प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्तर पर यह सुनिश्चित किया जाए कि जिले के किसी भी बच्चे को बाल श्रम का सामना न करना पड़े। उन्होंने कहा कि यह चिंता का विषय है कि जिला में बाल श्रम की घटनांए लगातार देखने को मिल रही हैं। उन्होंने जिला बाल कल्याण समिति को इस संदर्भ में जनता को और अधिक जागरूक करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि जिला के प्रमुख पर्यटक स्थलों और प्रत्येक पंचायत में बाल हैल्प लाईन का नम्बर प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला में बाल श्रम को समाप्त करने की दिशा में शिक्षा, स्वस्थ्य व सीमा सड़क संगठन व आम जनता के सहयोग से अभी बहुत कार्य करने की आवश्यकता है।  

उन्होंने बाल सरंक्षण इकाई के अधिकारियों को एक प्रशनावली तैयार करके पाठशालाओं में अध्यनरत बच्चों के स्वास्थ्य व मानसिक स्वास्थ्य के बारे में शिक्षा विभाग के माध्यम से प्रत्येक पाठशाला से जानकारी इक्टठी करने के निर्देश दिए और परिवार की इकलौती बेटियों पर विशेष फोक्स करने के लिए कहा। उन्होंने स्वस्थ्य विभाग के अधिकारियों को पाठशालाओं में बच्चों के नियमित स्वस्थ्य जांच करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जिला के जिन अधिकारियों ने पाठशालाएं गोद ले रखी है उनमें नियमित रूप से जाकर बच्चों को मोटीवेशन स्पीच देने के लिए कहा उन्होंने सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों को भी पाठशालंाए गोद लेने के लिए कहा और बच्चों को सेना मे जाने के लिए प्रोत्साहित करने सहित अन्य विषयों पर भी चर्चा व मार्गदर्शन करने के लिए कहा। उन्होंने बाल विकास परियोजना अधिकारी को एक माडॅल आगंनवाडी बनाने के लिए निर्देश दिए।

उन्होंने बताया कि सुख आश्रय योजना के तहत जिला के पात्र 10 बच्चों को उच्च शिक्षा प्रदान की जा रही है जिसमें से 6 बच्चों को व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान करने में सहायता दी जा रही है। इस योजना के तहत एक बच्चें को शादी हेतू सहायता प्रदान की जा रही है। 

जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ हीरा नंद ने बैठक का संचालन करते हुए जिला स्तरीय बाल कल्याण एवं संरक्षण समिति के विभिन्न कार्यों की विस्तार से जानकारी प्रदान की और बताया कि जिला में चिल्ड्रन हैल्प लाइन पूर्ण रूप से कार्य कर रही है। 

इस अवसर पर सहायक आयुक्त कल्याणी तिवाना, खंड विकास अधिकारी डा. विवेक गुलेरिया, उप पुलिस अधीक्षक रशमी शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. रोशन लाल, बाल जिला कार्यक्रम अधिकारी संजय डोगरा, जिला पंयायत अधिकारी सचिन, बाल विकास परियोजना अधिकारी खुशविंद ठाकुर तथा सीमा संड़क संगठन, शिक्षा व स्वस्थ्य विभाग के सदस्यों सहित सम्बंधित अधिकारी व कर्मचारी बैठक में उपस्थित रहे।

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