साई (आलमपुर) में जय महावीर युवा क्लब द्वारा 13 दिवसीय रामलीला का भव्य समापन - Smachar

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साई (आलमपुर) में जय महावीर युवा क्लब द्वारा 13 दिवसीय रामलीला का भव्य समापन

 साई (आलमपुर) में जय महावीर युवा क्लब द्वारा 13 दिवसीय रामलीला का भव्य समापन


आलमपुर क्षेत्र के साई गांव में जय महावीर युवा क्लब की ओर से आयोजित 13 दिवसीय रामलीला का समापन वीरवार रात रावण वध और श्रीराम राज्याभिषेक के साथ बड़े ही धार्मिक और उत्साहपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। रावण वध के साथ ही पूरा पंडाल “जय श्रीराम” के जयकारों से गूंज उठा और वातावरण भक्ति भाव से भर गया।


गांव साई में लगातार तेरह दिनों तक मंचित की गई इस रामलीला में कलाकारों ने अपने शानदार अभिनय से दर्शकों का मन मोह लिया। भगवान श्रीराम की भूमिका राजीव शर्मा ने निभाई, जबकि सुखदेव मैहरा ने लक्ष्मण, ऋतिक राणा ने सीता, प्रवीन राणा ने रावण, और प्रिंस ने हनुमान की भूमिका में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रत्येक दृश्य के साथ दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साह बढ़ाया।


रामलीला के दौरान राम वनवास, सीता हरण, हनुमान लंका दहन, मेघनाद वध, और अंत में रावण वध जैसे प्रसंगों का मंचन किया गया। इन दृश्यों के माध्यम से कलाकारों ने मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन आदर्शों और धर्म की विजय का संदेश दिया। आयोजन का मुख्य उद्देश्य समाज में धार्मिक, सांस्कृतिक और नैतिक मूल्यों को सुदृढ़ करना था।


कार्यक्रम के सफल आयोजन में क्लब के पदाधिकारियों और स्थानीय युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस मौके पर राजेश राणा, अरुण राणा, विनोद राणा, संजीव राणा, संतोष शर्मा, कुलदीप खरवाल, सुभाष खरवाल, प्रदीप राणा, अनीष शर्मा, बांकी, आशीष मेहरा, शुभम शर्मा सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे और सभी ने रामलीला के सफल आयोजन की सराहना की।


रामलीला के आरंभ में स्टेज डायरेक्टर कुलदीप राणा (बबलू) के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की गई।

आयोजकों ने कहा कि बबलू राणा इस क्लब के प्रेरणास्रोत थे और उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।

इस शुभ अवसर पर जिला हमीरपुर के बडा रामलीला क्लब में राम व सीता की भूमिका निभाने वाले कलाकारों ने विशेष अतिथि के तौर पर राजतिलक के दौरान शिरकत की।

जय महावीर युवा क्लब के सदस्यों ने कहा कि रामलीला जैसे सांस्कृतिक आयोजनों से न केवल युवाओं में संस्कारों का विकास होता है बल्कि समाज में एकता और भक्ति की भावना भी प्रबल होती है। कार्यक्रम के अंत में जय श्रीराम के नारों के साथ अगली वर्ष फिर से और भव्य रूप में आयोजन करने की घोषणा की गई।

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