प्रधानमंत्री आवास योजना में मिले घरों का श्रेय लेने के बजाय मोदी जी का धन्यवाद करें पालमपुर के विधायक - त्रिलोक कपूर।
प्रधानमंत्री आवास योजना में मिले घरों का श्रेय लेने के बजाय मोदी जी का धन्यवाद करें पालमपुर के विधायक - त्रिलोक कपूर।
उक्त शब्द भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता त्रिलोक कपूर ने पालमपुर में आयोजित एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि अभी भी हमारे कांग्रेस के मित्र अपने कुशासन के तीन वर्ष गुजारने के बावजूद भी जनता को गुमराह करने से बिल्कुल भी संकोच नहीं कर रहे हैं। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र भाई मोदी जी ने देश के गरीब परिवारों को रहने के लिए पक्की छत हो, अच्छा घर हो इस योजना को प्रधानमंत्री आवास योजना के रूप में आगे बढ़ाने का काम किया, हम सब जानते हैं कि जैसे ही नगर निगम पालमपुर बनी थी और नगर निगम के बनते जब हम लोगों के बीच में प्रचार करने के लिए गए थे तो हमने हर वार्ड में अपने प्रत्याशियों के पक्ष में जनता के सामने यह खुलकर कहा था कि जो नगर निगम पालमपुर के अंतर्गत गरीब परिवार जिनके पास पक्का घर नहीं है, नगर निगम बनने के पश्चात नगर निगम के माध्यम से ऐसे हर व्यक्ति को घर प्रदान करेंगे, चाहे सैकड़ों लोग उसके पात्र हैं लेकिन जनता ने हमारी इस बात को हल्के में लिया, इसको लेकर कांग्रेस के मित्रों ने गुमराह किया की ऐसे कभी नहीं होगा कि आवेदन करने पर सबको घर मिल जाए और दुर्भाग्यपूर्ण कांग्रेस के षड्यंत्र से हम नगर निगम का चुनाव हार गए।
कपूर ने कहा कि जैसे ही नगर निगम बनी उसके तुरंत बाद भारत सरकार ने पालमपुर नगर निगम में ऐसे 340 परिवारों को प्रधानमंत्री आवास की सौगात मिली जोकि किसी की कल्पना से बाहर था।
कपूर ने कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस झूठी ग्रंटियां देकर सरकार बनाने में कामयाब हो गई थी लेकिन दुर्भाग्य यह है कि 4 सालों में 340 घर अभी लोगों को यह प्रदेश की कांग्रेस सरकार नहीं दे पाई।
उन्होंने कहा कि जिस तरह प्रधानमंत्री मोदी ने नगर के 340 गरीब परिवारों को घर दिए हैं तो उनको मूर्त रूप देने का काम यहां के विधायक और सरकार का बनता था। जबकि हुआ यह की 340 में से 293 घर लोगों को औपचारिकता पूरी करने के बाद अभी तक मिले हैं जबकि 47 परिवार अभी भी प्रशासन के चक्कर काटने पर मजबूर हैं, 293 में भी 155 घर सिर्फ अभी तक बनकर तैयार हुए हैं जबकि 138 घर अभी भी निर्माणाधीन हैं, यह प्रदेश की असंवेदनशील कांग्रेस सरकार व्यवस्था परिवर्तन का उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि गत दिन मुझे एक जानकारी मिली कि माननीय विधायक ने जो मोदी जी ने दूसरे फेस में पालमपुर को 76 घरों की सौगात दी है उस विषय को लेकर माननीय विधायक ने एक कार्यक्रम आयोजित करके अपने द्वारा बांटे गए पत्र मे श्रेय लेने की कोशिश की है, अच्छा होता उसमें प्रधानमंत्री जी गरीबों पर की गई कृपा को लेकर मोदी जी के धन्यवाद में दो शब्द व्यक्त कर देते।
उन्होंने स्थानीय विधायक पर तंज कसते हुए कहा कि कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले तीन महीने पहले पालमपुर के सिविल अस्पताल से एक साथ 7 डॉक्टर ट्रांसफर हो गए और पालमपुर के प्रेस मीडिया के साथ भाजपा और आम जनता ने भी बड़ी बुलंद आवाज के साथ डॉक्टर को पुनः नियुक्त करने के लिए आवाज उठाई तब भी विधायक के कान में जूं तक नहीं रेंगी, डॉक्टरों की पुनः नियुक्ति तो दूर की बात उसके बाद एक और आईस स्पेशलिस्ट डॉक्टर यहां से ट्रांसफर हो गया।
जब भाजपा की सरकार थी और यहां से एक चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉक्टर ट्रांसफर हो गया था तो यही विधायक अपने कार्यकर्ताओं के साथ अस्पताल के गेट पर धरने में बैठ गए थे पर आज दर्जन भर डॉक्टर यहां से जा चुके हैं पर विधायक को इस बात का कोई मलाल नहीं है।
उन्होंने कहा कि यही नहीं आज पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आवारा पशुओं का इतना ज्यादा आतंक है कि हर कोई किसान इस वजह से परेशान है। भाजपा सरकार के समय पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के कुड्डन में भव्य गौ सदन का निर्माण किया गया था लेकिन दुर्भाग्यवश लंपी बीमारी के कारण पशुओं को उस समय इकट्ठा करना मुश्किल हो गया था और उसके तुरंत बाद प्रदेश में चूनाव की घोषणा हो गई और वह गौ सदन सुचारू रूप से नहीं चल पाई, लेकिन कांग्रेस सरकार के दो वर्ष बीत जाने तक भी किसी ने उस गौ सदन की सुध नहीं ली और फिर वहां के स्थानीय लोगों ने जब एक बहुत बड़ा धरना प्रदर्शन किया तो मजबूरन प्रशासन को उस गौ सदन को खोलना पड़ा। लेकिन आज भी गौ सदन की कैपेसिटी के अनुसार वहाँ पशुओं को नहीं ले जाया गया जिससे यह समस्या जस की तस बनी हुई है।
कपूर ने कहा कि मैं चुनाव लड़ने से पहले भी और हारने के बाद भी दर्जनों बार उस गौ सदन में जाकर आया हूं पर पता नहीं माननीय विधायक को उस गौ सदन से क्या नाराजगी है कि आज तक वह एक बार भी वहां जाने की हिम्मत नहीं दिखा पाए।
उन्होंने कहा कि आज पालमपुर शहर और नगर निगम में सबसे ज्यादा जरूरी पार्किंग की व्यवस्था करना है लेकिन नगर निगम के पिछले 5 सालों में एक भी पार्किंग का निर्माण नहीं हुआ जबकि नेहरू चौक पर माननीय शांता कुमार जी और वी.डि.यो कार्यालय के सामने पूर्व विधायक प्रवीण शर्मा के समय में पार्किंग का निर्माण हुआ पुराने बस अड्डे के पीछे पूर्व विधायक डॉक्टर शिव कुमार जी के सोजन्य से पार्किंग का निर्माण हुआ। अर्थात भाजपा ने ही पार्किंग का शीला न्यास किया और भाजपा ने ही इसका उद्घाटन किया। परंतु कांग्रेस द्वारा एक भी पार्किंग बनाना तो दूर की बात प्रगति मैदान के सामने सड़क के किनारे अवैध रूप से पार्किंग द्वारा पर्चियां काटने का काम शुरू कर दिया इसकी पूरे शहर में जग हसाई हो रही है।
उन्होंने कहा कि पालमपुर में एकमात्र टैक्सी स्टैंड है, यहां के स्थानीय बेरोजगार युवाओं ने लोन पर गाड़ियों लेकर अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए कदम बढ़ाया है पर यहां का प्रशासन टैक्सी वालों को फुटबॉल की तरह कभी यहां भेज रहा है कभी वहां भेज रहा है। ऐसी मूल भूत सुविधाओं की जिम्मेवारी यहां के स्थानीय विधायक और सरकार को लेनी चाहिए।
मुझे एक जानकारी यह भी मिली है कि कुछ मित्र चाहते हैं की टैक्सी स्टैंड में टूरिज्म का एक रिसेप्शन काउंटर खोला जाए । अगर सरकार सच मे खोलना चाहती है तो पालमपुर नगर निगम अब 1 किलोमीटर के दायरे में नहीं रही है बल्कि पालमपुर नगर निगम का भाग 14.5 वर्ग किलोमीटर है। आप किसी अन्य स्थान पर टूरिज्म का काउंटर खोल सकते हैं हम उसका स्वागत करेंगे, पर बेरोजगार टैक्सी चालकों के साथ ही आप अन्याय क्यों करना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि यही नहीं भाजपा शासन काल में आपके सामने लाना चाहता हूं कि हमारे समय में पालमपुर से धर्मशाला वया नगरी, गोपालपुर, आसनपट, लंबापट, ब्रह्मठेडु होकर परौर से सीधे धर्मशाला के लिए एक सरकारी बस सेवा प्रारंभ की गई थी जिसमें क्षेत्र के बच्चे अपने स्कूलों और कर्मचारी अपने कार्यालय में आवागमन करते थे, लेकिन उस बस रूट को प्राइवेट ट्रांसपोर्ट को बेच कर उन ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों और कर्मचारियों को एक और मुसीबत में धकेल दिया।
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यह सरकार लगातार जन विरोधी निर्णय लेकर जनता को परेशान कर रही है इससे इस सरकार का पतन निश्चित है।


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