राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आयोजित जागरूकता शिविर में पौष्टिक आहार की दी जानकारी
राष्ट्रीय पोषण माह के तहत आयोजित जागरूकता शिविर में पौष्टिक आहार की दी जानकारी ।
शुक्रवार को उपमंडल सरकाघाट की ग्राम पंचायत कोट में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाल विकास परियोजना अधिकारी गोपालपुर अनीता शर्मा ने बताया कि पौष्टिक खान-पान, पारंपरिक भोजन और मोटा अनाज जो स्थानीय स्तर पर उपलब्ध होते हैं, इन्हें दैनिक भोजन में सम्मलित करना चाहिए।उन्होंने बताया कि देश में हर वर्ष की भांति सितम्बर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जाएगा तथा कुपोषण दूर करने के उद्देश्य से अनेकों गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय पोषण अभियान के तहत पंचायत व ब्लॉक स्तर पर 6 माह से उपर वाले शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, दूध पिलाने वाली माताओं तथा लोगों को इन शिविरों के जरिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दैनिक भोजन में पालक, मेथी, सरसों का साग, अरबी के पते, धनियां, चौलाई ;चुकंदर, अमरूद, संतरा, किन्नू, नींबू नाशपाती, सेब, अंजीर सहित मोटे अनाज व दालें, दूध, अंडे, मांस, मछली इत्यादि शामिल करने चाहिए।
कार्यक्रम के दौरान विशेष रुप से क्षेत्रीय स्तर पर उपलब्ध फल-सब्जियों, खाद्य पदार्थों व मोटे अनाज के उपयोग व लाभों के बारे में चर्चा की गई।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता वीना देवी ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर आंगनबाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं ने एक पोषण स्टाल लगाकर पौष्टिक व्यंजनों की प्रदर्शनी भी लगाई ।
जागरूकता शिविर में ग्राम पंचायत के उपप्रधान कुशल ठाकुर, स्थानीय वृत पर्यवेक्षिका सरोजनी देवी, परियोजना के अन्य वृतों के पर्यवेक्षक, स्थानीय लोग, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं ;आशा बर्कर्ज तथा सहायिकाएं उपस्थित थीं।
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